लोकसभा चुनाव में दिल्ली व हरियाणा की शराब ने 47 शराब तस्करों पहुंचाया जेल, आबकारी अधिकारी की सख्ती के आगे नतमस्तक हुए माफिया

गाजियाबाद। लोकसभा के चुनावी समर में गाजियाबाद के आबकारी विभाग ने अपनी कार्रवाई का प्रदर्शन करते हुए करीब 4 दर्जन तस्करों को सलाखों के पीछे भेज दिया। लोकसभा चुनाव में शराब तस्करी रोकने के लिए आबकारी विभाग दिन रात पूरी मुस्तैदी के साथ डटा रहा, यही वजह है कि इस बार के लोकसभा चुनाव को सकुशन व शांतिपूर्ण संपन्न कराने में आबकारी विभाग ने अपनी अहम भूमिका निभाई है। जनपद में शराब तस्करी रोकने के लिए आबकारी विभाग की स्पेशल टीम तस्करों के पीछे भागती नजर आई। जिस कारण इस बार शराब तस्कर इस बार अपने मंसूबों में नाकामयाब साबित हुए। दिल्ली, हरियाणा में सस्ती शराब और बोर्डर पर आबकारी विभाग का पहरा दोनों ही तस्करों के लिए खतरा बन गए है। दिल्ली व हरियाणा में जाकर सस्ती शराब लेना तो आसान है। मगर वहां से लेकर गाजियाबाद में आना तस्करों के लिए उतना ही मुश्किल था, जितना की एक देश से दूसरे देश में जाना। क्योंकि जनपदीय आबकारी विभाग बाहरी राज्यों से शराब तस्करी करने वालों की खातिर बड़े ही इंतजाम के साथ करती है।

इन दिनों गाजियाबाद शराब तस्करों के लिए सबसे असुरक्षित स्थान बन गया है। जहां पर शराब तस्करी करने की सोचना भी उनके लिए खतरा है। आबकारी विभाग की टीम दिल्ली से सटे बॉर्डर इलाकों में आने वाले सभी वाहनों की तलाशी लेने के बाद भी आगे जाने दे रही है। कहते है कम समय ज्यादा अमीर बनने की चाह रखने वालों की जगह आखिरकार जेल ही होती है।
जनपद में अवैध शराब के कारोबार पर नकेल कसने के लिए आबकारी विभाग ने जनपद के सभी बोर्डर क्षेत्रों के अलावा छोटे-छोटे तस्करों के ठिकाने पर विशेष अभियान के तहत कार्रवाई की। जिला आबकारी अधिकारी संजय कुमार  प्रथम अवैध शराब की बिक्री को रोकने के लिए बेहद गंभीर है। जिला आबकारी अधिकारी के निर्देशन में लगातार ढाबों पर चेकिंग के साथ विशेष अभियान चलाया जा रहा है। आबकारी विभाग की इस कार्रवाई से घबरा कर कुछ तस्करों ने या तो जिला छोड़ दिया है या फिर तस्करी करने से तौबा कर लिया। जिसका परिणाम यह रहा कि लोकसभा चुनाव में दूसरे राज्यों से शराब लाकर तस्करी करने की फिराक में घूम रहे 47 तस्करों को सलाखों के पीछे भेज दिया। इसके साथ ही वाहन को सीज कर करीब 30 लाख रुपये की शराब को भी जब्त किया गया।

मुख्य मार्गों एवं संवेदनशील क्षेत्रों में हुई ताबड़तोड़ छापेमारी
अवैध शराब के निर्माण एवं बिक्री पर रोक लगाने के लिए मुख्य मार्गों एवं संवेदनशील क्षेत्रों में छापेमारी की कार्रवाई की गई। जिले में अवैध तरीके से शराब का निर्माण होने के अलावा बाहरी राज्यों से शराब की तस्करी आम बात है। खासकर दिल्ली, हरियाणा एवं हिमाचल प्रदेश की शराब की गाजियाबाद के अलावा बाहरी राज्यों में खासी डिमांड रहती है। क्योंकि यूपी के मुकाबले अन्य राज्यों की शराब काफी सस्ती है। बाहरी राज्यों की सस्ती शराब को चोरी-छिपे बेचकर तस्कर मोटा मुनाफा कमाने की फिराक में रहते हैं। आबकारी विभाग ने लगातार शराब तस्करों की ताबड़तोड़ गिरफ्तारी कर अपनी मंशा को साफ कर दिया है। जबकि उनके कब्जे से लाखों रुपए की अवैध शराब बरामद की गई है। जिसके लिए ईस्टन पेरिफेरल एक्सप्रेसवे डासना, दुहाई चेक पोस्ट, दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर सघन चेकिंग की गई।

अवैध शराब के कारोबार में लिप्त 47 तस्कर खा रहे जेल की हवा
आबकारी विभाग की टीम ने लोकसभा चुनाव को लेकर 16 मार्च से लेकर 30 मई तक चलाए गए अभियान के बीच कार्रवाई करते हुए 49 शराब तस्करों को गिरफ्तार करते हुए 47 तस्करों को जेल भेजने का काम किया है। साथ ही तस्करों से शराब तस्करी में प्रयुक्त पांच वाहनों को सीज किया गया। शराब तस्करों के संबंधित ठिकानों पर चेकिंग एवं दबिश की 3 हजार 105 छापेमारी की कार्रवाई की गई। जिसमें 253 अभियोग पंजीकृत किए गए। साथ ही तस्करों से 9 हजार 701 बल्क लीटर शराब बरामद किया गया। जिसमें बाहरी राज्यों की शराब समेत हिंडन खादर क्षेत्र में तैयार होने वाली कच्ची शराब भी शामिल है। बरामद शराब की कीमत करीब 30 लाख रुपये बताई जा रही है।

जिला आबकारी अधिकारी संजय कुमार प्रथम का कहना है कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अवैध शराब के निर्माण एवं परिवहन पर रोक लगाने के लिए आबकारी निरीक्षक अखिलेश वर्मा, मनोज शर्मा, त्रिवेणी प्रसाद मौर्य, हिम्मत सिंह, राकेश त्रिपाठी, अनुज वर्मा, अभय दीप सिंह की टीम अपने-अपने क्षेत्र में लगातार शराब तस्करों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे है। ईस्टन पेरिफेरल एक्सप्रेसवे डासना, दुहाई चेक पोस्ट, ज्ञानी बॉर्डर, महाराजपुर बॉर्डर, यूपी गेट, लोनी बॉर्डर व वजीराबाद बॉर्डर के अलावा दिल्ली से गाजियाबाद में प्रवेश के विभिन्न मार्गों पर दबिश एवं छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है। मुखबिर के जरिए सूचना मिलने पर तत्काल कार्रवाई की जाती है। उन्होंने बताया जनपद को शराब तस्करों के कब्जे से मुक्त रखने की मुहिम निरंतर चलाई जा रही है। इसमें कामयाबी भी मिल रही है। सभी आबकारी निरीक्षक गंभीरता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। इसके अलावा आबकारी निरीक्षकों द्वारा जनपद में संचालित, मॉडल शॉप, देशी शराब, विदेशी मदिरा, बीयर की दुकानों का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान अनुज्ञापन (मदिरा एवं बीयर की दुकान) पर संचित स्टॉक का सत्यापन करने के भी निर्देश दिए गये है। जिसमें अभी तक किसी प्रकार की अनियमितता नहीं पाई गई। अनुज्ञापियों एवं विक्रेताओं को नियमानुसार अनुज्ञापन को संचालित करने के लिए निर्देशित किया गया। कच्ची शराब का निर्माण करने वाले एवं बाहरी शराब की तस्करी करने वालों से सख्ती से निपटा जा रहा है। अवैध शराब मिलने पर किसी को बख्शा नहीं जाएगा।