वल्लभ भाई पटेल ने दृढ़ इच्छा शक्ति ने भारत को एकता के सूत्र में पिरोया: धर्मजीत त्रिपाठी

बुलंदशहर। सरदार वल्लभ भाई पटेल की मंगलवार को जिला पंचायत कार्यालय में राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में जयंती मनाई गई। इस दौरान अपर मुख्य अधिकारी धर्मजीत त्रिपाठी ने अधिकारियों और कर्मचारियों को देश की अखंडता और प्रभुता की शपथ दिलाते हुए कहा मैं यह शपथ अपने देश की एकता की भावना से ले रहा हूं, जिसे सरदार वल्लभ भाई पटेल की दूरदर्शिता एवं कार्यों द्वारा संभव बनाया जा सका है। मैं अपने देश की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपना योगदान करने की भी सत्यनिष्ठा से संकल्प करता हूॅं।

अपर मुख्य अधिकारी धर्मजीत त्रिपाठी ने कहा कि सरदार पटेल का जीवन युवाओं के लिए प्रेरणा है। उन्होंने आजाद भारत में बिखरी हुई रियासतों का विलय करते हुए एकता के सूत्र में बांधा। इस कारण उनकी जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के तौर पर मनाते हैं। सरदार पटेल को लौह पुरुष के रूप में भी जाना जाता है। वह त्याग और बलिदान की भी मिसाल है। सरदार वल्लभ भाई पटेल ने मजबूत व दृढ़ इच्छाशक्ति से रियासतों को एक कर अखंड भारत का सपना साकार किया। यह हम सबका नैतिक दायित्व व जिम्मेदारी है कि राष्ट्र की एकता और अखंडता को अक्षुण्ण रखें। राष्ट्रप्रेम की भावना सर्वोपरि है। यह हमारे मानवीय मूल्यों का सर्वोच्च आयाम है। उन्होंने कहा सरदार पटेल का जीवन युवाओं के लिए प्रेरणा है। सरदार वल्लभ भाई पटेल देश के पहले उप प्रधानमंत्री थे। वह त्याग और बलिदान की मिसाल भी थे। अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुए भारत में सरदार पटेल को देश के पहले प्रधानमंत्री के तौर पर देखा जाने लगा था। इस अवसर पर धनंजय सोम कार्य अधिकारी सहित समस्त स्टाफ उपस्थित रहें।