नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के तीन सिपाही समेत आठ लोग साउथ-वेस्ट दिल्ली के वसंत कुंज (नॉर्थ) थाना इलाके में एक कॉल सेंटर को लूटने पहुंच गए। कॉल सेंटर के मालिक से इन्होंने कहा कि वह पुलिस स्टाफ से हैं। आपके यहां रेड पड़ी है। तमाम मोबाइल फोन, लैपटॉप और कैश एक जगह रख दो। सभी की जांच की जाएगी। मालिक को इनके ऊपर शक होने पर जब इनसे इनके आई कार्ड मांगे गए तो यह गुस्सा हो गया। इन्होंने मालिक के ऊपर गन तान दी। इसके बाद उन्हें थप्पड़ भी मारा। लेकिन मालिक और स्टाफ की समझदारी से मौके पर एक को दबोच लिया गया। जबकि सात अन्य उस वक्त भागने में कामयाब हो गए। इन सभी को भी बाद में पकड़ लिया गया। इनमें से दिल्ली पुलिस के तीन सिपाही हैं।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार मुलजिमों में सिपाही मनु कुमार, सिपाही अमित और सिपाही संदीप हैं। बाकी अन्य पांच मुलजिमों में श्याम, रिषि, जय कपूर, शिवम और अमन हैं। सभी को तिहाड़ जेल भेज दिया गया है। दिल्ली पुलिस के तीनों सिपाहियों में संदीप स्पेशल सेल में है बाकी मनु और अमित साउथ दिल्ली के मालवीय नगर थाने के थे। पुलिस का कहना है कि तीनों को सस्पेंड कर दिया गया है। इनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। सभी का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।
पुलिस ने बताया कि घटना 8 अगस्त की देर रात की है। जब पकड़े गए आठ मुलजिमों में से चार महिपालपुर के इस कॉल सेंटर में पहुंचे थे। इसे नवीन शेहरावत चलाते हैं। इनका फाइनेंशियल ट्रेडिंग का भी बिजनेस बताया गया है। पुलिस का कहना है कि पहली मंजिल पर स्थित इस कॉल सेंटर में तीन सिपाही समेत चार मुलजिम पहुंचे। चार बाहर और नीचे खड़े रहे। चारों ने अंदर घुसकर कॉल सेंटर मालिक और अन्य स्टाफ से कहा कि वह पुलिस स्टाफ से हैं। तुम्हारे खिलाफ शिकायत मिली है।