विनोद पांडे@ गाजियाबाद। जनपद के शराब विके्रताओं ने लॉकडाउन अवधि एवं कंटेनमेंट जोन के कारण जितने दिन शराब की दुकानें बंद रहीं, उतने दिन की लाईसेंस फीस ब्याज समेत वापस लौटाने की मांग को लेकर सोमवार को आबकारी आयुक्त को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट शिव प्रताप शुक्ल को ज्ञापन सौंपा हैं। देशी शराब, विदेशी शराब, मॉडल शॉप एवं बीयर की फुटकर दुकान के कुछ संचालक सोमवार को जिला मुख्यालय पहुंचे।
एके पांण्डेय ने कहा कि कोविड-19 (कोरोना वायरस) के कारण जनपद में लॉकडाउन रहने से कई दिनों तक शराब की बिक्री प्रभावित रही। इसके अलावा कंटनमेंट जोन में भी शराब की बिक्री नहीं हो सकी। इससे शराब विक्रेताओं को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। व्यापारिक गतिविधियां बंद होने से बड़ी संख्या में लोग यहां से पलायन कर चुके हैं। कुछ दुकानें केंटेन्मेंट जोन में होने के कारण चार मई से 19 जून तक बंद रहीं जिससे दुकान की बिक्री प्रभावित रही। सामान्य परिस्थितियों में दुकान सुबह दस से रात दस बजे तक खुलती थी लेकिन अब दुकानें दस बजे से रात 7.30 बजे तक ही खुल रही हैं।
दुकानदारों ने सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपे ज्ञापन में मांग की है कि वास्तविक बिक्री, निकासी को ही निर्धारित मान लिया जाए व वर्ष 2020-21 में जितने दिन भी लॉकडाउन एवं कंटेन्मेंट जोन के कारण शराब की दुकानें बंद रही हैं उतने दिन की लाइसेंस फीस ब्याज सहित वापस की जाए जिससे आर्थिक संकट से बचा जा सके। ज्ञापन देने वालों में आदेश शर्मा, विवेक त्यागी, अशोक, संदीप चावला, धर्मेन्द्र शर्मा, दीपक शर्मा, विशाल त्यागी, हरेन्द्र मलिक आदि मौजूद रहे।