New Delhi: राजधानी दिल्ली में शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ लंबे चले विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेकर चर्चा में आईं 82 साल की बिलकिस बानो उर्फ ‘शाहीन बाग की दादी’ का नाम टाइम मैग्जीन द्वारा 100 सबसे प्रभावशाली वैश्विक लोगों की लिस्ट में शामिल किया है।
इस बारे में एएनआई से बात करते हुए दादी ने कहा, “मैं बहुत खुश हूं कि मुझे इस तरीके से सम्मानित किया गया। हालांकि मुझे इसकी उम्मीद नहीं थी।”
बिलकिस बानो के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अभिनेता आयुष्मान खुराना, जीव वैज्ञानिक रविंद्र गुप्ता और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई भी बुधवार को जारी की गई 2020 के ‘100 सबसे प्रभावशाली’ लोगों की लिस्ट में शामिल हैं। इस लिस्ट में वो सभी अग्रणी, कलाकार, नेता, आइकन और सर्वमान्य लोग शामिल हैं, जिनका 2020 में सबसे अधिक प्रभाव पड़ा है।
बिलकिस बानो ने कहा, “मैंने केवल कुरान शरीफ पढ़ी है और मैं कभी स्कूल नहीं गई, लेकिन आज मैं बहुत उत्साहित और खुश हूं। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इस सूची में शामिल करने के लिए बधाई देती हूं। वह भी मेरे बेटे हैं। अगर मैंने उन्हें जन्म नहीं दिया तो क्या हुआ? मेरी बहन ने उन्हें जन्म दिया है। मैं उनके लंबी उम्र और खुशी के लिए प्रार्थना करती हूं।”
बिल्किस दादी, जो दो अन्य दादियों के साथ NRC-CAA विरोध का चेहरा बनकर उभरीं, उत्तर प्रदेश के हापुड़ की रहने वाली हैं। लगभग 11 साल पहले उनके पति की मृत्यु हो गई थी और वर्तमान में वह अपनी बहू और पोतों के साथ शाहीन बाग में रहती हैं।