सुरेन्द्र सिंह भाटी@बुलंदशहर औरंगाबाद सावन मास के प्रथम सोमवार 18 जुलाई को नगर के प्राचीन नागेश्वर मंदिर पर पहुँच कर श्रद्धालु शिवालय में महादेव का जलाभिषेक कर भगवान शिव का आशिर्वाद ग्रहण करके मंनन्त मांगेंगे वहीँ पहले सोमवार को शिव के दरबार बम-बम भोले के जयघोष से गूंज उठा। सोमवार को होने वाली भीड़ के मद्देनजर रविवार को दिनभर तैयारियां चलती रहीं। श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत न हो, इसके लिए पुलिस ने पहले से ही व्यवस्था बना कर अपनी तैयारी की गईं।
मंदिरों को आकर्षक फूलों और रंग-बिरंगे झालरों से सजाया गया है। शिवालयों की सफाई और सजावट में स्वयंसेवक एवं मंदिर प्रबंधन के अध्यक्ष राजीव कौशल और बोबीशर्मा, मोहित मिक्की, कांता प्रसाद, प्रवीण कौशल, नवनीत गुप्ता मुंडी, वाले जयप्रकाश गुप्ता मुंडी वाले, सुशील गुप्ता और अन्य कमेटी के लोग जुटे रहे।
ऐसे करें पूजन——
ज्योतिषाचार्य आचार्य कुलदीप शास्त्री के अनुसार, सोमवार को शिवालय जाकर पंचाक्षरी मंत्र के साथ दूध, दही, घी, शहद, शक्कर, पंचामृत, इत्र, फलों के रस, गंगाजल से भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करें। चने की दाल, सरसों तेल, काले तिल आदि से महादेव का अभिषेक करें। इसके बाद फूल, दूर्वा, बिल्वपत्र, आकपुष्प, धतूरा, कनेल आदि चढ़ाएं। नैवेद्य, फलों से भोग लगाएं। श्रीफल भेंट करने के बाद धूप-दीप से आरती करें।