सुरेन्द्र सिंह भाटी@बुलंदशहर विधानसभा-69 शिकारपुर में एक महापंचायत की गई जिसमें सपा और रालोद कार्यकर्ताओं ने हाईकमान से स्थानीय व्यक्ति के प्रत्याशी की मांग की मौके पर उपस्थित शिकारपुर व पहासू ब्लांक के हजारों व्यक्ति एकत्रित हुए जिसमें मंच संचालक का कार्य पूर्व विधायक महेन्द्र बाल्मीकि, ने किया और अध्यक्ष चौधरी सुखपाल सिंह फतेहपुर रहे पिछले कई वर्षों से शिकायत विधानसभा सीट पर शिकारपुर से अन्य स्थानों के व्यक्तियों को टिकट दिया जाता है।
और वोट के लिए क्षेत्र में उतारा जाता है शिकारपुर की भोली-भाली जनता पिछले कई वर्षों से यहीं देखती आ रही है कि कभी मुकुल उपाध्याय हाथरस तो कभी उदय करण दलाल हरियाणा को शिकारपुर सीट से विधानसभा इलेक्शन लड़ने का मौका दिया जाता है इस पंचायत में यह निर्णय लिया गया कि टिकट चाहे किसी को मिले लेकिन वह शिकारपुर का मूल निवासी हो पंचायत में उपस्थित सुशील चौधरी धर्म सिंह भोला रवि प्रधान मुकेश चौधरी चौधरी चरण सिंह चौधरी कल्याण सिंह प्रेमवीर सिंह शिवराम सिंह चौधरी जयवीर सिंह चौधरी सतपाल सिंह, कुलदीप चौधरी, मोहम्मद मुस्लिम वीरेंद्र सिंह लोहार वीरेंद्र सिंह हरि सिंह देवेंद्र सिंह विनोद यादव हाशिम कुरैशी चौधरी जय प्रकाश चौधरी सुंदर सिंह अनिल प्रधान सिकंदर सिंह मीणा चौधरी सौरव सिंह चौधरी ब्रह्मपाल सिंह ने तो यह तक कह दिया कि अगर शिकारपुर से बाहर का कैंडिडेट शिकारपुर क्षेत्र में उतारा जाता है।
तो हम उसका खुलकर बहिष्कार करेंगे किसी भी बाहर के कैंडिडेट से कोई रिश्तेदारी भाईचारा दोस्ती जान पहचान नहीं मानी जाएगी क्योंकि यहां की जनता को कभी काम किसी अन्य नेता से पड़ता है तो सदैव उसके लिए कभी हाथरस तो कभी हरियाणा तो कभी दिल्ली तो कभी बदायूं जाना पड़ता है लेकिन शिकारपुर की जनता को शिकारपुर का ही ही कैंडिडेट चाहिए इसलिए सपा और रालोद के कार्यकर्ता केवल शिकारपुर क्षेत्र का ही कैंडिडेट देखना चाहती हैं और यहां की जनता पूर्ण सहमत और पूर्ण बहुमत के साथ शिकारपुर क्षेत्र को ही देखना चाहती है।
जबकि शिकारपुर विधानसभा सीट सामान्य सीट में है इस सीट पर सपा और रालोद के खबर लिखे जाने तक लगभग पांच कैंडिडेट लाइन में है पंचायत में 11 पंच चुने गए हैं जिसमें बताया गया कि आने वाली 23 तारीख को इगलास में दोनों पार्टियों के राजनेता चौधरी चरण सिंह के जन्म उत्सव पर मिलेंगे उनको शिकारपुर विधानसभा सीट से लिखित यह अवगत कराया जाएगा जो पंचायत में हुआ फैसला कि शिकारपुर सीट पर केवल शिकारपुर का ही सदस्य चुनाव लड़ सकेगा ।