IN8@पिनगवां…. किसान आंदोलन में हरियाणा राजस्थान की सैकड़ो महिलाएं पूरे उत्साह के साथ जोश से लबरेज़ हमारे युवा और आज़ादी की लड़ाई में मुख्य रूप से भूमिका निभाने वाले हमारे बुजुर्ग इस आंदोलन में हिस्सा ले रहे है। जिससे इस आंदोलन में लगातार लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही है। उक्त बातें मेवाती किसान मोर्चा के प्रवक्ता रसीद अहमद एडवोकेट ने किसानों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि पिछले 100 दिन से ज़्यादा देश का किसान कृषि विरोधी तीन कानूनों को रद्द करवाने के लिए आंदोलन कर रहा है ओर देश भर में पक्के मोर्चे लगाकर कुर्बानी दे रहा है।
किसान आंदोलन में पहुंचे अन्य वक्ताओं ने अपने संबोधन मे कहा कि अब किसानों ठान लिया है कि कानून वापसी नहीं तो घर वापसी नहीं,ये आंदोलन पंजाब से शुरू हुआ था, लेकिन अब इसका हरियाणा, उत्तर प्रदेश ,राजस्थान में बहुत विस्तार हो चुका है और सरकार चाहे कितना भी आंदोलन को बदनाम कर ले किसान जीतकर ही घर वापिस जाएगा। देश भर में चल रहे किसान आंदोलन में अभी तक 300 से ज़्यादा किसानों ने शहादत दे दी है। लेकिन अभी सरकार संवेदना का एक शब्द तक नही बोल पाई है,और सरकार आमजनों के हितों को ताक पर रखकर उनको तार-तार कर रही है। लेकिन इस देश का किसान लगातार इसी तरह अपने हकों की आवाज़ को पूरी मजबूती के साथ उठाता रहेगा,चाहे जान की कुर्बानी ही क्यों ना देनी पड़े।
इस मौके पर मौलाना अरशद मीलखेड़ला ,मुफ्ती सलीम ,रशीद अहमद वकील ,अरशद वकील नीमका , ताहिर वकील सिकरावा , अजीज अख्तर वकील , मुबारिक अटेरना ,करनसिंह मेंबर स्टेट कमेटी अखिल भारतीय किसान सभा ,रूहद सिंह मेहला राज्य कमेटी अखिल भारतीय किसान सभा , मास्टर सेर सिंह राष्ट्रीय कमेटी अखिल भारतीय किसान सभा , छगल सिंह चोधरी राज्य महासचिव राजस्थान भारतीय किसान सभा, मुख्य रूप से मौजूद रहकर अपने विचार रखे।