नई दिल्ली : पिछले साल जिन लोगों ने अपना प्रॉपर्टी टैक्स जमा नहीं कराया ईस्ट एमसीडी ऐसे डिफॉल्टरों की वॉर्ड वाइज लिस्ट तैयार कर रही है। इसके बाद अलग से टॉप 50 डिफॉल्टरों की लिस्ट बनाकर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्रॉपर्टी टैक्स विभाग के सीनियर अधिकारी ने बताया कि अभी तक की कार्रवाई में 9300 ऐसी प्रॉपर्टी की पहचान की जा चुकी है जिनका लास्ट ईयर का प्रॉपर्टी टैक्स जमा नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि इन प्रॉपर्टीज पर 50 करोड़ के करीब प्रॉपर्टी टैक्स बकाया है।
कोरोना महामारी से पहले ही ईस्ट एमसीडी की आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी, लेकिल इस महामारी की वजह से हालत और अधिक खराब हो गई है। बीमारी की वजह से ईस्ट एमसीडी का रेवेन्यू बहुत घट गया है। एमसीडी के पास कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए भी पैसा नहीं है। ईस्ट एमसीडी के पास रेवेन्यू जुटाने वाले सबसे महत्वपूर्ण विभागों में से एक विभाग प्रॉपर्टी टैक्स विभाग भी है। प्रॉपर्टी टैक्स विभाग के अधिकारी ने बताया कि उन्होंने आंकड़ों पर गौर किया तो पता चला कि पिछले साल 1.77 लाख लोगों ने अपना प्रॉपर्टी टैक्स जमा कराया था, जबकि चालू वित्त वर्ष मे अभी तक मात्र 1.22 लाख लोगों ने ही अपना प्रॉपर्टी टैक्स जमा कराया। 55 हजार लोगों ने टैक्स जमा नहीं कराया।
अधिकारी ने बताया कि ऐसे प्रॉपर्टी मालिकों की संख्या भी कम नहीं है जिन्होंने साल 2019-20 का प्रॉपर्टी टैक्स अभी तक जमा नहीं कराया। डिफॉल्टरों का पता लगाने के लिए प्रत्येक वॉर्ड की एक लिस्ट तैयार की जा रही है। अभी तक 25 वार्डों का सर्वे पूरा हो चुका है। सर्वे से पता चला कि 9300 प्रॉपर्टी ऐसी है जिनका पिछले साल का प्रॉपर्टी टैक्स जमा नहीं हुआ। इसमें कमर्शियल और रिहायसी दोनों तरह की प्रॉपर्टी शामिल है। अधिकारी ने बताया कि इसके बाद अलग से टॉप 50 डिफाल्टर प्रॉपर्टी की लिस्ट बनाई जा रही है। जल्द ही इन लोगों के पास नोटिस भेजा जाएगा। नोटिस भेजने के बाद भी अगर प्रॉपर्टी टैक्स जमा नहीं किया जाता तो फिर इन प्रॉपर्टीज के खिलाफ सीलिंग की कार्रवाई के साथ साथ प्रॉपर्टी मालिक के बैंक अकाउंट सीज करने की कार्रवाई की जाएगी।