IN8@ बहल : बिठन गांव में टिड्डी दल के पड़ाव पर कृषि विभाग शनिवार को रात भर दवा का स्प्रे कर उनको खत्म करने के लिए प्रयासरत रहा। विभाग ने दावा किया है कि करीब 70 प्रतिशत टिड्डियों को अभियान में नष्ट कर दिया गया है। फिलहाल हालात नियंत्रण में है तथा अब बहल, लोहारू में कोई टिड्डी दल सक्रिय नहीं है। वहीं, प्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल ने खुद मौके पर पहुंचकर बचाव कार्यो का निरीक्षण किया।
शनिवार शाम को करीब पांच बजे टिड्डी दल ने राजस्थान सीमा से हरियाणा के लोहारू तथा बहल क्षेत्र के गांवों में प्रवेश किया था। किसानों ने जहां दिन में ढ़ोल, पीपे, डीजे बजाकर टिड्डियों को उड़ाने का प्रयास किया वहीं कृषि विभाग ने रात के समय टिड्डी दल का सफाया करने के लिए अभियान की तैयारी की। रात को करीब 11 बजे कृषि विभाग ने अभियान की शुरूआत की जो कि सुबह तक जारी रही। विभाग ने दावा किया है कि अभियान में आधे सेे अधिक टिड्डी दल का पूरी तरह से सफाया हो गया। अब बहल क्षेत्र में कोई टिड्डी दल नहीं बचा है, केवल अलग अलग समूहों में कुछ टिड्डियां है जो बेहोशी की हालत में है।
अभियान का निरीक्षण करने के लिए प्रदेश के कृषि मंत्री जेपी दलाल खुद शनिवार रात को 11 बजे किसानों के बीच पहुंचे। उन्होंने कहा कि किसी भी किसान को घबराने की जरूरत नहीं है। प्रशासन ने बेहतर व्यवस्था की और ग्रामीणों ने साथ मिलकर बेहतर कार्य किया। टिड्डी दल से फसलों का जो नुकसान हुआ है, उससे घबराने की जरूरत नहीं हैए सरकार किसानों के साथ है। कृषि मंत्री ने कहा कि लगभग छह महीने पहले पाकिस्तान से कई टिड्डी दल भारत में प्रवेश कर गए थे। इसलिए हरियाणा सरकार ने उसी समय से बचाव की तैयारियां शुरू कर दी थी। उन्होंने कहा कि किसान जागरूक रहें और अपने अपने खेतों की संभाल रखें साथ ही यह सुनिश्चित करें कि टिड्डी दल उनके खेत में न बैठे। विभाग की ओर से दवाई और अन्य मदद दी जा रही है। कृृषि मंत्री ने मौके पर मौजूद किसानों से कहा कि घबराने की जरूरत नहीं हैए सरकार आपके साथ है।
वहीं, डीसी अजय कुमार ने कृषि मंत्री को बताया कि जिले में टिड्डी दल का प्रवेश शनिवार की शाम लगभग पांच बजे राजस्थान की ओर से हुआ था और रात को बिठन गांव के खेतों में पड़ाव किया। प्रशासन की ओर से पहले ही पूरी तैयारी कर ली गई थी। इस मौके पर एसडीएम जगदीश चन्द्र, जिला राजस्व अधिकारी प्रमोद चहल, तहसीलदार योगेश कुमार, सयुंक्त निदेशक कृषि विभाग डॉ. रामप्रताप सिहाग, कृषि उपनिदेशक डॉ. प्रताप सिंह सभ्रवाल, बीडीपीओ विनीत कुमार, सहायक पौध संरक्षण अधिकारी सुरेन्द्र सिंह, क्वालिटी कंट्रोल इंस्पेक्टर सुरेन्द्र सिंह, कृषि अधिकारी चंद्रभान सहित बिठन तथा चैहड़ गांव के सैंकड़ों किसान मौजूद रहे।