दिल्ली कमेटी चुनाव का एजेंड़ा पंथक बनाम गैर पंथक होगा : जीके

‘जागो’ ने प्रमाणिक पंथक खबरों के लिए अपना ‘खबरी प्लेटफार्म’ लांच करने का लिया फैसला

IN8@ नई दिल्ली : दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के फरवरी 2021 में प्रस्तावित आम चुनावों के लिए दिल्ली सरकार द्वारा मतदाता सूची बनाने का कार्य शुरू करने के साथ ही सियासी सरगर्मियां बढ़ गई हैं। कमेटी के पूर्व अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने अपनी नवगठित धार्मिक पार्टी जागो-जग आसरा गुरु ओट(जत्थेदार संतोख सिंह) की सियासी मामलों की कमेटी की शनिवार शाम को आपात बैठक बुलाकर चुनाव प्रक्रिया शुरू करने के लिए दिल्ली सरकार का धन्यवाद किया।

साथ ही पार्टी द्वारा कमेटी चुनाव पुरी ताकत से लड़ते हुए बादलों का कब्जा दिल्ली कमेटी से हटाने का संकल्प भी लिया गया। जीके ने कहा कि यह चुनाव पंथक बनाम गैर पंथक के एजेंडे पर लड़ा जाना तय लग रहा है। जिन कद्रों-कीमतों को लेकर अकाली दल की स्थापना हुई थी, आज उसे टीम सुखबीर सिंह बादल ने अपने सियासी व व्यापारिक हितों के लिए तिलांजली दे दी हैं। आज के अकाली दल के नेता गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी व चोरी के मामलों सहित अहम् पंथक मसलों पर चुप रहना अपना पंथक फर्ज समझते है। आनंदपुर प्रस्ताव तथा अमृतसर ऐलाननामा अब इनके एजेंडे में नहीं हैं, जबकि ‘जागो’ पार्टी का एजेंडा सिर्फ पंथ की बेहतरी के लिए आवाज बुलंद करने का हैं।

जीके की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में कई अहम् प्रस्ताव पारित किए गए। जिसमें बादलों के पंथ विरोधी मीडिया संस्थानों के कुप्रचार का चुनावों के मौके डटकर सामना करने के लिए ‘जागो’ का प्रमाणिक पंथक खबरों का ‘खबरी प्लेटफार्म’ बनाने का फैसला प्रमुख था। साथ ही इस मौके ‘जागो’ में रणबीर सिंह भाटिया (यमुनापार) तथा इन्द्रजीत सिंह अस्थ (विष्णु गार्डन) का जीके ने पार्टी में शामिल होने पर स्वागत किया। पार्टी की दिल्ली प्रदेश तथा धर्मप्रचार इकाई का संगठन बनाने का फैसला लेने के साथ ही बैठक में गुरु ग्रंथ साहिब की 2015 में हुई बेअदबी तथा चोरी मामलों की जाँच सीबीआई की बजाय पंजाब पुलिस की एसआईटी द्वारा करवाने का समर्थन किया गया। पारित किए गए प्रस्तावों में 2 अक्टूबर को आ रहें पार्टी के पहले स्थापना दिवस पर ‘जागो’ टीवी व ‘जागो’ ऐप संगतों को समर्पित करने, यूएपीए के तहत सभी सिख नौजवानों पर डाले गए केसों की जाँच के लिए सिख वकीलों का पैनल बनाकर निर्दोष सिखों की तलाश करने सहित 2016 में गुरुद्वारा रामसर साहिब से गायब हुए गुरु ग्रंथ साहिब के 267 स्वरूपों के दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने की शिरोमणी कमेटी को अपील करना शामिल हैं।