लाल डोरा के 10 गांवों की एट्रिबूट कलैक्शन का कार्य निपटाने के आदेश हुए जारी

सोनीपत। उपायुक्त श्याम लाल पूनिया ने निर्देश दिए कि लाल डोरा के अंतर्गत चिन्हित दस गांवों की एट्रिबूट कलैक्शन का कार्य शीघ्रातिशीघ्र पूरा किया जाये। उन्होंने पटवारी व ग्राम सचिव की संयुक्त टीम गठित करने के निर्देश दिए, जिनकी निगरानी व समीक्षा की जिम्मेदारी संबंधित गांवों के एसडीएम को सौंपी गई।

सरकार ने लाल डोरा के अंतर्गत आने वाली भूमि का मालिकाना हक देने की दिशा में तीव्र कदम बढ़ाये हैं। इस कार्य को पूर्ण पारदर्शिता व ईमानदारी से पूरा करवाने के लिए जिला प्रशासन ने भी कमर कस ली है। इस संदर्भ में गुरूवार को लघु सचिवालय में संबंधित अधिकारियों की बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त श्याम लाल पूनिया कर रहे थे। उपायुक्त ने कार्य की प्रगति रिपोर्ट लेते हुए कहा कि गति को बढ़ाया जाए।

उपायुक्त ने कहा कि  जिला के 149 गांवों की डिमार्केशन का कार्य पूरा कर लिया गया है, जिसमें से अधिकांश गांवों की ड्रोन फ्लाईंग/मैपिंग का काम भी पूरा हो चुका है। शेष 51 गांवों की ड्रोन फ्लाईंग/मैपिंग का कार्य भी जल्द पूरा करें। जिन गांवों में ड्रोन फ्लाईंग/मैपिंग का कार्य पूरा हो चुका है उनके नक्शे प्राप्त करें। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन गांवों की सही मैपिंग हुई है उनमें एट्रिबूट कलैक्शन का कार्य पूरा किया जाए। इसके लिए अलग-अलग खंडों के  दस गांव चिन्हित किये गये हैं, जिनमें शहजादपुर, जाहरी, झुंडपुर, मुरथल, असारपुर, ठसका, चौलका, खेड़ी दहिया, उद्देशीपुर और भांवर शामिल हैं।

उपायुक्त पूनिया ने कहा कि एट्रिबूट कलैक्शन के कार्य की नियमित रूप से सभी एसडीएम उनसे संबंधित गांवों में कार्य की समीक्षा करेंगे। एट्रिबूट कलैक्शन के लिए उन्होंने सक्षम युवाओं को लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस कार्य को तीव्रता से पूरा किया जाए। साथ ही  उन्होंने निर्देश दिए कि मैपिंग में विवादों को भी शीघ्र दूर करें। हर कार्य योजनाबद्ध तरीके से करें।

बैठक में एसडीएम विजय सिंह, एसडीएम आशीष कुमार, नगराधीश जितेंद्र जोशी, जिला राजस्व अधिकारी राजकुमार सिंह, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी रूपेंद्र मलिक, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी मनोज कौशल, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी पूनम चंदा, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी मनीष मलिक, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी  राजेश टिवाना सहित अन्य संबंधित अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।