IN8@नई दिल्ली,(भरत निषाद):मानसून की बेरुखी के कारण जहां एक तरफ लोग गर्मी से बेहाल हो रहे हैं। वहीं सब्जी फसलें बारिश नहीं होने और लू की चपेट में आने से झुलस गई हैं। यही नहीं हरे चारे के लिए बोई गई ज्वार भी गर्मी के कारण सूखने के कगार पर पहुंच गई हैं। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इस बार मानसून की दिल्ली में एन्ट्री सामान्य के मुकाबले 13 दिन देरी से होगी। मौसम वैज्ञानिक डा. कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि आठ जुलाई से दिल्ली में हल्की बारिश होने की उम्मीद है और 10 जुलाई से मानसून सक्रिय हो सकता है।
दिल्ली एनसीआर में मानसून की एन्ट्री 27 जून तक हो जाती है।
लेकिन इस बार मौसम विभाग ने 15 जून को मानूसन दिल्ली पहुंचने की संभावना जताई थी। लेकिन पिछले 20 दिन से एनसीआर के शहरों में भीषण गर्मी से लोग बेहाल हो रहे हैं। वहीं मानसून भी रूठ गया है। राजस्थान के पूर्वी हिस्से के अलावा उत्तरप्रदेश के पश्चिमी क्षेत्रों के अलावा एनसीआर, दिल्ली व पंजाब के कुछ हिस्सा पूरी सूखा रह गया है। समय पर मानसून नहीं पहुंचने से भीषण गर्मी के कारण लोग बेहाल हैं। वहीं बारिश नहीं होने से बिजली की खपत भी बढ़ गई है, जिससे लो-वोल्टेज से उपभोक्ता काफी परेशान हैं।