सुरेंद्र सिंह भाटी@बुलन्दशहर नगर क्षेत्र के सुशीला विहार निवासी कांग्रेस नेता और सिकन्दराबाद विधानसभा सीट के उम्मीदवार ने पार्टी हाईकमान के निर्णय पर जताया दुःख कहा सालों से निष्पक्ष रूप से पार्टी की सेवा कर रहे कार्यकर्ताओं का टिकट काटकर बाहरी लोगों को टिकट देने का फैसला सरासर गलत।
मेरा दूसरी सूची में नाम नहीं है मुझे इस बात का दुख नहीं दुख इस बात का है कि मेरे जैसे हजारों लोगों ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के आदेश पर चुनाव की तैयारी की फील्ड में जाकर काम किया प्रियंका जी ने आदेश किया जो कार्यकर्ता बूथ स्तर पर काम करेगा मेरे आदेश और काम करेगा उसका टिकट होगा हजारों कार्यकर्ताओं ने काम किया कोई भूत कोई बिरादरी में नहीं सॉरी सुबह से हजारों लोगों की मुझे फोन आ रहे हैं मैंने एक ही जवाब दिया मैं काम काम करना था मुझे अगर दुख है तो इसी बात का है कि प्रियंका जी की मुहिम को जो लोग झटका लगा रहे है
जिन की कार्यशैली ने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं कमल को मसोसकर तोड़ कर फेंक दिया अब मुझे अंदाजा नहीं कि प्रियंका गांधी से बड़ा कोई चेहरा है जो हमें आश्वस्त करेगा कहेगा कि काम करो तो हमें कुछ मिलेगा कोलकाता का मनोबल टूट गया है कुछ दलाल है जिनकी वजह से जो लोगों को गुमराह कर रहे हैं मुझे अफसोस है कि आप तक ऐसे दलालों को पार्टी से निकाला नहीं गया मुख्य बात यह है कि अब कार्यकर्ता किस पर विश्वास करेगा मेरे जैसे हजारों कार्यकर्ताओं ने ऐसा दुख झेला है।
राकेश भाटी ने कहा कि सिकंदराबाद विधानसभा मेरा घर है जिस तरीके से मैंने अपने घर में काम किया है हर बूथ पर मेरा आदमी बैठा है हर काम में हर बिरादरी में जो मुझे प्यार करते हैं मुझे मेरी विधानसभा से लोगों का इतना प्यार मिल रहा है जिसके बावजूद मेरा टिकट काटा गया ।
सिकंदरपुर विधानसभा क्षेत्र से भावी उम्मीदवार राकेश भाटी ने कहा कि मेरा टिकट कट गया तो क्या हुआ मेरी जगह कांग्रेस के किसी और कार्यकर्ता को मौका दिया जाता लेकिन पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने बाहरी लोगों को चुनाव लड़ने का मौका दिया और पार्टी में रहने का मौका दिया यह बड़े दुख की बात है। जिसकी ठेस मुझे ही नहीं मुझसे जुड़ी जनता को भी है।