IN8 @ गाजियाबाद। जहरीली शराब के सेवन से मौत की घटनाएं प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आए दिन सामने आती रहती हैं। गाजियाबाद भी इस खतरे के मुहाने पर बैठा हुआ है। ग्रामीण क्षेत्र में शराब माफिया अपने मुनाफे के लिए अवैध रूप से शराब का निर्माण करते है।
लेकिन विगत एक वर्ष से उनके कारोबार को समय रहते आबकारी विभाग ध्वस्त करने में हर बार कामयाब रहा है। होली पर्व बेहद नजदीक है। इसके मद्देनजर आबकारी विभाग सक्रिय हो गया है। जिले में अवैध शराब के निर्माण, बिक्री और परिवहन को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए गए हैं। शौकिनों को अवैध शराब के सेवन से दूर रखने और शराब माफिया के विषय में तत्काल जानकारी देने के लिए आबकारी विभाग ने प्रचार अभियान भी तेज कर दिया है।
इसके तहत खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में पर्चों का वितरण किया जा रहा है। पर्चे बंटवा कर नागरिकों से अपील की जा रही है कि वह सस्ती शराब के चक्कर में अपनी जिंदगी से खिलवाड़ न करें। कच्ची, सस्ती और अवैध शराब पीने से जान भी जा सकती है। दरअसल होली पर्व पर शराब की डिमांड और खपत बढ़ जाती है। ऐसे में शराब माफिया मौका भुनाने को उतावले रहते हैं। इसी से निपटने को आबकारी विभाग ने गंभीरता दिखाई है। जानकारी के अभाव में अक्सर लोग अवैध शराब का सेवन कर लेते हैं, लेकिन उसके बाद उसके होने वाले परिणाम बहुत ही घातक सिद्ध हो सकते है।
पम्पलेट एवं प्रचार-प्रसार के माध्यम से चलाया जागरूकता अभियान
जिला आबकारी अधिकारी राकेश सिंह ने कहा कि जनपद में आबकारी विभाग लगातार पम्पलेट एवं प्रचार-प्रसार के माध्यम से ग्रामीणों क्षेत्र में अवैध शराब के घातक नतीजों के विषय में जागरूकता अभियान चला रहा है। अवैध शराब से सचेत करने के लिए संदेश लिखे पोस्टर जनपद में जगह-जगह टीम द्वारा चस्पा किए जा रहे हैं। क्योंकि अवैध शराब में मिथाइल अल्कोहल की मिलावट हो सकती है। ऐसी शराब के प्रयोग से अंधेपन के साथ, आपकी जान भी जा सकती है। अवैध शराब के दुष्परिणाम के बारे में जन साधारण को जागरूक करने के लिए लाउडस्पीकर से संदेश भी दिया जा रहा है। ताकि लोग जागरूक हो सकें। उन्होंने बताया होली पर्व पर शराब माफिया को मनमानी नहीं करने दी जाएगी। माफिया से निपटने के लिए हरसंभव कदम उठाए गए हैं। सभी आबकारी निरीक्षकों को सतर्क कर दिया गया है। निरीक्षकों को होली पर्व और उसके बाद भी विशेष अभियान के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। अवैध शराब की बिक्री एवं परिवहन रोकने को चेकिंग पर जोर दिया गया है। संदिग्ध वाहनों और व्यक्तियों की जांच हो रही है। दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर सतर्कता बढ़ाई गई है। इसके अलावा लाइसेंसशुदा शराब विक्रेताओं को भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
सम्पर्क सूत्र और मुखबिर तंत्र मजबूत करने के निर्देश
जिला आबकारी अधिकारी ने बताया कि सभी आबकारी निरीक्षकों को अपने सम्पर्क सूत्रों को और बेहतर बनाते हुए मुखबिर की मदद से अधिक से अधिक अवैध शराब के कारोबार से जुड़े लोगों पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए गये है। जनपद में अवैध शराब/कच्ची शराब के निर्माण और परिवहन को सख्ती से रोका जाए और कच्ची शराब का भण्डारण पाया जाए, तो तत्काल नष्ट किया जाए। उन्होंने जनपद की समस्त देशी-विदेशी लाइसन्सी दुकानों की भी नियमित जाँच कर स्टॉक और बिक्री को देखने के निर्देश दिए। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि
जनता सस्ती व मिलावटी शराब पीने से परहेज करे। इच्छुक व्यक्ति केवल सरकारी दुकान से शराब खरीदें। सस्ती शराब के चक्कर में जान भी जा सकती है। मिलावटी शराब पीकर खुद के स्वास्थ्य के साथ और अपने जीवन से खिलवाड़ न करें। सरकारी दुकान पर शराब लेते समय सील बंद, क्यू आर कोड देखकर ही शराब खरीदें। अवैध शराब बिक्री की सूचना क्षेत्रीय आबकारी निरीक्षक को दी जा सकती है। सूचना देने वाले का नाम भी विभाग द्वारा गोपनीय रखा जाएगा।