कार्रवाई के बीच आबकारी विभाग ने बनाया नया रिकार्ड
प्रमोद शर्मा @ गाजियाबाद। आबकारी विभाग ने अक्टूबर महीने में राजस्व वसूली का नया रिकार्ड बनाया है। अक्टूबर महीने में लगभग 128 करोड़ रुपये की शराब की बिक्री हुई है जो कि पिछले वर्ष के मुकाबले लगभग 13 करोड़ रुपये अधिक है। वित्तीय वर्ष 2022-23 के शुरूआती पांच महीने आबकारी विभाग के लिए काफी चुनौती पूर्ण रहा है। दिल्ली सरकार द्वारा नई शराब नीति लागू होने के बाद से दिल्ली में शराब काफी सस्ती हो गई।
दिल्ली में लोगों को सस्ती दर पर शराब मिलने के साथ ही एक बोतल के साथ एक बोतल फ्री का ऑफर दिया जा रहा था। गाजियाबाद दिल्ली से सटा हुआ है और गाजियाबाद को दिल्ली से जोडऩे वाले लगभग दो तीन दर्जन से अधिक चोर रास्ते हैं। जिन रास्तों से लोग दिल्ली से गाजियाबाद में आसानी से शराब लाया जा सकता था। स्थानीय पुलिस के साथ मिलीभगत करके कई लोग दिल्ली से शराब लाकर गाजियाबाद में चोरी छिपे बेचने लगे थे। लेकिन आबकारी विभाग ने इन सभी चुनौतियों का डटकर मुकाबला किया।
दिल्ली की नई शराब नीति से जिस तरह से गाजियाबाद का शराब कारोबार को प्रभावित किया। ऐसे में कयास लगाया जा रहा था कि गाजियाबाद में शराब की बिक्री पिछले वर्ष के मुकाबले घटकर आधी रह जाएगी। लेकिन आबकारी विभाग की सर्तकता और शराब माफियाओं के खिलाफ अपनाये गये सख्त रूख का असर रहा कि चालू वित्तीय वर्ष के विगत 7 महीने के दौरान लगभग 787 करोड़ रुपये की शराब की बिक्री हुई। यह बिक्री पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 में अप्रैल से अक्टूबर तक हुई शराब बिक्री से अधिक रहा। विगत सात महीने के दौरान आबकारी विभाग द्वारा 6966 छापे मारे गये। इस दौरान 656 मुकदमें दर्ज करके शराब तस्करी के मामले में 375 तस्करों को जेल भेजने की कार्रवाई की। इस दौरान 166 वाहनों को जब्त किया गया। यानी आबकारी विभाग ने शराब की बिक्री बढ़ाने के साथ-साथ शराब तस्करों की कमर तोडऩे में कोई कसर नहीं छोड़ी।
गौरतलब हो कि उत्तर प्रदेश सरकार की माली हालत को सुधारने में गाजियाबाद का आबकारी विभाग अपना महत्वपूर्ण रोल अदा कर रहा है। संकट कोई भी हो, लेकिन उस संकट को भी अवसर के रुप में लेकर आबकारी विभाग राजस्व की बढोत्तरी में कोई कोर कसर नही छोड़ी। दरअसल प्रदेश सरकार के राजस्व को बढ़ाने के लिए आबकारी विभाग हर संभव प्रयास करता है। साथ ही अवैध शराब का कारोबार करने वाले तस्करों पर भी कार्रवाई करने से नही चूकता है। जनपद में शराब की रिकॉर्ड तोड़ बिक्री और राजस्व की प्राप्ति में आबकारी विभाग के रोल को कतई नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है। यूपी सरकार ने इस वर्ष अक्टूबर माह में गाजियाबाद से 162.45 करोड़ा रुपये का आबकारी राजस्व वसूली का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसमें रिकार्डतोड़ 127.97 करोड़ की बिक्री हुई है। जिला आबकारी अधिकारी के नेतृत्व में आबकारी निरीक्षकों की टीमें निरंतर लगातार छापामार कार्रवाई कर तस्करों के मंसूबों पर पानी फेरने काम कर रही है। शराब माफिया पर शिकंजा कसने के साथ-साथ वह लाइसेंसशुदा शराब विक्रेताओं को भी समय-समय पर नियम-कानून का पाठ पढाने से नही चूकते है। शराब माफिया से निपटने के लिए गाजियाबाद में जिस प्रकार के प्रयोग किये जा रहे है, उसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिले है।
———————-शराब तस्करों में विभाग का डर
जिला आबकारी विभाग की कार्रवाई ने तस्कर एवं शराब शौकीनों में भी एक डर सा बैठा दिया है। क्योंकि उन्हें पता है कि जब तक गाजियाबाद में जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह अपनी सीट पर है, तब तक उनकी यहां दाल नही गलने वाली है। बाहरी राज्यों की शराब तस्करी का कारोबार यहां नही चलने वाला है। जिसके लिए कुछ तस्करों ने अवैध शराब के कारोबार करने से ही तौबा कर लिया है और कुछ तस्करों ने जनपद ही छोड़ दिया है। क्योंकि अवैध शराब के साथ पकड़े जाने वाले लोगों के साथ किसी भी प्रकार की कोई रियायत नही बरती जा रही है। भले ही वह कितना ही रसूखदार क्यों न हो।
एक माह में 1 हजार छापे, 19 तस्करों को पहुंचाया जेल
जिले में अवैध शराब की तस्करी पर शिकंजा कसते हुए आबकारी विभाग ने अक्टूबर 2022 में करीब शराब तस्करों के संबधित ठिकानों पर लगातार करीब 1 हजार बार छापेमारी की। आबकारी विभाग की इस लगातार छापेमारी की कार्रवाई से जहां तस्करों में हड़कंप मचा रहा, तो वहीं वह अपने मंसूबों में भी कभी सफल साबित नही हुए। 69 मुकद्मा पंजीकृत करते हुए 22 अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया और 19 को जेल भेजने की कार्रवाई की गई। कार्रवाई के दौरान 6 हजार 279 लीटर अवैध शराब को जब्त किया गया और छोटे-बड़े समेत पांच वाहनों को जब्त किया गया। वहीं अक्टूबर 2021 में 910 छापेमारी, 54 अभियोग, 19 अभियुक्त गिरफ्तार, 17 को जेल भेजने की कार्रवाई करते हुए 1028. 04 लीटर अवैध शराब बरामद करते हुए एक वाहन को सीज किया गया।
पिछला रिकार्ड तोड़कर नया रिकार्ड किया कायम
अक्टूबर 2022 में देशी शराब 18 लाख 37 हजार 868.८७ लीटर, अग्रेंजी 11 लाख 7 हजार 372.55 बोतल, बीयर 30 लाख 9 हजार 95.70 केन की बिक्री हुई है। मगर पिछले साल अक्टूबर माह में
देशी 14 लाख 25 हजार 879. 30 लीटर, अग्रेंजी 9 लाख 94 हजार 559.03 बोतल और बीयर में 25 लाख 30 हजार 48.56 केन केन की बिक्री हुई थी। आबकारी विभाग ने अक्टूबर 2022 में गाजियाबाद जनपद में
162.45 करोड़ रुपये का आबकारी राजस्व वसूली का लक्ष्य निर्धारित के अनुरुप 127.97 करोड़ की बिक्री हुई है। पिछले वर्ष अक्टूबर माह में आबकारी विभाग ने 89.13 करोड़ लक्ष्य के अनुरुप 114.70 करोड़ का राजस्व वसूला था। आबकारी विभाग शराब माफियाओं पर कार्रवाई करने के साथ-साथ राजस्व वसूली में भी अपना हर माह नया रिकार्ड कायम कर रहा है। सरकार की मंशा के अनुरुप शराब के परिवहन एवं निर्माण पर अकुंश लगाने के लिए आबकारी विभाग चुनाव हो या फिर त्योहार इन सब को पीछे छोड़ते हुए प्रतिदिन अपने कर्तव्य को अंजाम देता है।
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बयान
जिले में अवैध शराब की बिक्री एवं परिवहन पर अकुंश लगाने के लिए आबकारी विभाग की टीमें लगातार कार्रवाई कर रही है। राजस्व में वृद्धि करना विभाग की प्राथमिकता में शुमार है। जिसके लिए समय-समय पर हर संभव प्रयास किए जा रहे है। जनपद में जहां भी शराब तस्करों के ठिकाने थे, उन्हें पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया है। आगे भी जनपद में शराब तस्करी पर लगाम लगाने के लिए कार्रवाई जारी रहेगी। अवैध शराब की बिक्री पर सख्ती बरती जारी रही है। जनपद में कोई भी अवैध शराब बिक्री/तस्करी करता पाया जाएगा उस पर सख्त कर्रवाई की जाएगी। इसके अलावा लाइसेंसशुदा विक्रेताओं को भी सख्त हिदायत दी गई है। जिससे वह ओवर रेटिंग न कर सकें।
राकेश कुमार सिंह
जिला आबकारी अधिकारी