-135 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद, 500 किलोग्राम लहन नष्ट
गाजियाबाद। चुनावी रंग में भंग डालने के लिए हिंडन खादर में अवैध शराब की भट्टी सुलग चुकी हैं। शराब का कारोबार जोर पकड़ चुका है। आबकारी विभाग का भी पूरा जोर कच्ची शराब और बाहरी राज्यों से आने वाली शराब की धरपकड़ पर है। गाजियाबाद के हिंडन खादर क्षेत्र में अवैध शराब बनाने का बड़ा केंद्र है। यहां हजारों हेक्टेयर जमीन में शराब माफियाओं ने अपना कब्जा जमाया हुआ है। त्योहार और चुनाव के समय यहां बड़े पैमाने पर शराब बनाने का काम शुरू हो जाता है। केमिकल मिलाकर इस जहरीली शराब को सप्लाई किया जाता है। अब जब चुनाव सिर पर है तो यह क्षेत्र फिर से आबाद हो चला है। अवैध शराब की भट्टी धुआं उगलने लगी हैं। चुनाव को मात्र 23 दिन शेष है। ऊपर से शराब की भट्टी बनाने वाले भी बेखौफ हैं और आबकारी विभाग से लोहा लेने के लिए हर समय तैयार रहते हैं। चुनाव में वोटरों को शराब परोसने के लिए कच्ची से लेकर देसी और अंग्रेजी शराब परोसा जाना एक ट्रेंड बन गया है। जिससे कम खर्च पर प्रत्याशी ग्रामीण क्षेत्र में शराब को बांटकर उनके वोट का अपने खाते में जोड़ सकें।
चुनावी सीजन में प्रत्याशी वोटरों को लुभाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। लेकिन आबकारी विभाग की सख्ती के चलते चुनाव में शराब बांटने की मंशा इस बार अधूरी नजर आ रही है। क्योंकि अवैध शराब के निर्माण, परिवहन एवं बिक्री पर रोक लगाने के लिए आबकारी विभाग की सात टीमें और विशेष प्रवर्तन मेरठ की टीमें लगातार छापेमारी एवं दबिश की कार्रवाई को बखूबी अंजाम दे रही है। इस बीच आबकारी विभाग की स्पेशल टीम ने बाहरी राज्यों से होने वाली शराब तस्करी पर रोक लगाने के साथ-साथ हिंडन खादर क्षेत्र में अवैध शराब की भट्टी को ध्वस्त करने के लिए अपना एक्शन प्लान तैयार कर लिया है। प्लान के तहत आबकारी विभाग की टीमें लगातार अपनी नजर बनाए हुए है। इसी क्रम में आबकारी विभाग की टीम ने अभियान चलाकर कार्रवाई करते हुए अवैध शराब के धंधे को समय रहते नष्ट कर दिया। माफिया ने चुनाव में खपाने के लिए खादर क्षेत्र के जंगलों के बीच गड्ढा खोदकर शराब की भट्टी को सुलगाया हुआ था। टीम ने भट्टी को नष्ट करते हुए झाड़ियों के बीच छिपाकर रखी शराब से भरे ड्रम को कब्जे में ले लिया। मगर टीम के पहुंचने से पहले ही तस्कर फरार हो गए।
जिला आबकारी अधिकारी संजय कुमार ने बताया लोकसभा चुनाव-2024 के दृष्टिगत आबकारी विभाग द्वारा अवैध शराब की निर्माण, बिक्री एवं परिवहन पर पूर्णत: अंकुश लगाने के लिए जनपद में विशेष प्रवर्तन अभियान चलाया जा रहा है। मंगलवार की शाम को आबकारी निरीक्षक अनुज वर्मा की टीम द्वारा थाना लोनी अंतर्गत भूपखेड़ी, सीती तथा थाना टीला मोड़ के अंतर्गत रिस्तल, भनेडा आदि हिंडन खादर क्षेत्रों पर दबिश दी गई। दबिश के दौरान लगभग 135 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद किया गया और मौके से 500 किलोग्राम लहन बरामद हुआ। बरामद लहन को मौके पर नष्ट कर दिया गया। आबकारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत 3 अभियोग पंजीकृत किए गए। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया शराब माफिया ने कच्ची शराब से भरे ड्रमों को हिंडन किनारे जंगल में जमीन में गड्ढा खोदकर छिपाकर रखा हुआ था। जिसे टीम ने जमीन से खोदकर बाहर निकाला। चुनाव को लेकर आबकारी निरीक्षक एवं मुखबिर तंत्र पूरी तरह से एक्टिव है। मतदाताओं को लुभाने के लिए शराब और रुपये तक बांटे जाने की आशंका रहती है। शराब की तस्करी रोकने के लिए गठित टीमें लगातार छापेमारी कर रही है। साथ ही राष्ट्रीय राजमार्गों पर भी चेकपोस्ट पर गहन जांच पड़ताल की जा रही है। अवैध शराब के खिलाफ आबकारी विभाग की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
बिना लाइसेंस के शराब पिलाने के साथ बेचता था यूपी की शराब
जनपद में अवैध शराब के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत आबकारी विभाग की टीम ने अवैध रुप से शराब तस्करी कर रहे एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया तस्कर लाइसेंसी देशी शराब की दुकान से कुछ दूरी पर ही नमकीन, अंडे की दुकान चलाता था और पास में ठेका होने के कारण ग्राहकों को अवैध रुप से शराब पिलवाता था। जब दुकान बंद हो जाती तो उसके बाद अवैध रुप से शराब बेचता था। जिसके लिए दुकान बंद होने से कुछ समय पहले ही शराब की पेटी लेकर अपनी दुकान के अंदर छिपाकर रख लेता था। जिला आबकारी अधिकारी संजय कुमार ने बताया आबकारी निरीक्षक मनोज शर्मा की टीम द्वारा मंगलवार रात को थाना- क्रॉसिंग रिपब्लिक अन्तर्गत विभिन्न क्षेत्र में दबिश दे दी गई। दबिश के दौरान तस्कर विक्रम सिंह पुत्र कृपाल सिंह, निवासी- सोनी की दुकान निकट देशी मदिरा दुकान बिहारीपुरा को गिरफ्तार किया गया। जिसके कब्जे से 40 पव्वे मिस इंडिया देशी मदिरा ब्रांड यूपी मार्का बरामद किया गया।
पकड़ा गया आरोपी बिहार में स्थित देशी शराब की दुकान से कुछ दूरी पर नमकीन व अंडे की दुकान चलाता था। जहां ग्राहकों को अवैध रुप से शराब पिलाता था और दुकान बंद होने के बाद शराब भी बेचता था। लाइसेंसी शराब की दुकान बंद होने से कुछ समय पहले ही शराब की पेटी लेकर अपनी दुकान के अंदर छिपाकर रख लेता था। जैसे ही दुकान बंद हो जाती तो उसी शराब को महंगे दामों में बेचना शुरु कर देता था। जिसके खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए जेल भेजा गया। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया सभी आबकारी निरीक्षकों को निर्देश दिए गए है कि लाइसेंसी दुकानों के आसपास मौजूद दुकानों के खिलाफ अभियान चलाकर प्रतिदिन चेकिंग की जाए। साथ ही विक्रेता को भी आसपास होने वाली गतिविधियों की जानकारी देने के लिए सख्त निर्देश दिए गए है।