लखनऊ। अवैध शराब के धंधे में लिप्त तस्करों की शामत आई है। आबकारी विभाग की जबरदस्त मोर्चाबंदी और धरपकड़ अभियान का नतीजा है कि कई पुराने तस्कर जिला छोड़ कर भाग चुके है। बाहरी राज्यों की शराब तस्करी को रोकने के लिए चोर रास्तों पर पैनी नजर रखी जा रही है। मुखबिर तंत्र की सक्रियता और संघन चेकिंग अभियान का नतीजा है कि भारी मात्रा में अवैध शराब जब्त किए गए है। त्योहारी सीजन में शराब तस्करों की सक्रियता बढ़ जाती है। ऐसे में आबकारी विभाग भी मुस्तैद हो गया है। अवैध शराब की डिमांड सबसे अधिक प्रतिबंध राज्य बिहार में होती है। मगर शराब तस्करों को बिहार में शराब पहुंचाने के लिए यूपी के रास्तों से होकर गुजरना पड़ता है। हरियाणा और पंजाब के शराब की यूपी के रास्ते सबसे अधिक बिहार में तस्करी होती है। शराब तस्करों द्वारा संगठित रुप से इस काम किया जाता है। आबकारी विभाग ने इस संगठित नेटवर्क को ध्वस्त करने का बीड़ा उठाया है। शराब तस्करों की धरपकड़ के लिए अभियान को तेज कर दिया गया है। दिवाली का त्योहार जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है। वैसे-वैसे आबकारी विभाग की भी कार्रवाई भी तेज हो गई है। हाल ही में आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल द्वारा ली गई बैठक में भी लखनऊ की टीम द्वारा शराब तस्करों के खिलाफ हुई कार्रवाई की प्रशंसा और अन्य जनपदीय अधिकारियों को शराब तस्करी को रोकने के लिए सख्त निर्देश दिए गए थे। जिले को अवैध शराब के कारोबार को मुक्त करने के साथ अवैध शराब के कारोबार में शामिल लोगों को जेल भेजने के लिए जिला आबकारी अधिकारी ने अपनी रणनीति तैयार कर ली है। रणनीति के तहत शराब तस्करों के नेटवर्क को तोडऩे के लिए आबकारी विभाग की टीमें भी दिन-रात सड़कों पर पहरा दे रही है।
त्योहार के बीच होने वाले विधानसभा उपचुनाव का बिगुल बजने के बाद आबकारी विभाग की मुश्किलें और बढ़ गई है। भले ही लखनऊ में विधानसभा का उपचुनाव न हो, मगर उसके बाद भी अन्य जिलों में शराब तस्करी को रोकने के लिए आबकारी विभाग की टीम ने अपना पहरा बढ़ा दिया है। होली का पर्व, लोकसभा का चुनाव और दशहरा पर्व को सकुशल संपन्न कराने के बाद अब आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने दिवाली का त्योहार भी सकुशल संपन्न कराने के लिए अपनी टीम को मैदान में उतार दिया है। दरअसल त्योहारी सीजन में शराब की मांग अधिक बढ़ जाने के कारण तस्कर ज्यादा सक्रिय हो जाते है। सस्ती शराब के चक्कर में शौकीन सेहत से खिलवाड़ करने से भी नहीं चूकते। हालांकि आबकारी विभाग लगातार लोगों को अवैध शराब के प्रति सतर्क रहने के लिए मुहिम चला रहा है। इसके बाद भी कुछ लोग सर्तक नही हो रहे है। बाहरी राज्यों की शराब तस्करी को रोकने के साथ जिले के देहात क्षेत्र में होने वाले महुआ अवैध शराब के निर्माण को रोकने के लिए आबकारी विभाग की टीमों ने दबिश और छापेमारी की कार्रवाई का दायरा बढ़ा दिया है। आबकारी विभाग की सख्ती के चलते शराब तस्कर भी हैरान हो गए है। उनका धंधा चलने से पहले ही खत्म होता जा रहा है। अवैध शराब के निर्माण के मामले में पकड़े जाने पर इस बार जेल तो होगी ही साथ ही बेल भी जल्द नही मिलेगी। इसके लिए आबकारी विभाग की टीम ने कार्रवाई का दायरा बढ़ा दिया है।
कार्रवाई के बीच में लाइसेंसी शराब विक्रेताओं पर भी आबकारी विभाग ने अपनी सख्ती बढ़ा दिया है। लाइसेंसी दुकान से मिली अवैध शराब के मामले से जिले के सभी शराब विक्रेताओं पर नजर रखने के लिए आबकारी विभाग ने अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर दिया है। वर्तमान में शराब तस्करों का नेटवर्क तोडऩे के लिए विभाग मुस्तैदी से काम कर रहा है। इसके अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। आबकारी विभाग की कार्रवाई ने शराब तस्करों को करारी चोट पहुंचाई है। इसके चलते कई तस्कर जहां जनपद छोड़कर भाग गए हैं, वहीं कई तस्करों ने इस धंधे को छोडऩे में ही भलाई समझी है। ऐसे में जिला आबकारी विभाग भी पूरी ताकत के साथ फील्ड में पसीना बहा रहा है। अवैध शराब का निर्माण, परिवहन एवं बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। शराब तस्करों के मंसूबे सफल न हो सकें, इसके लिए विभागीय अधिकारी दिन-रात भाग-दौड़ करते दिखाई दे रहे हैं। शराब तस्करों के संभावित ठिकानों के अलावा मुख्य मार्गों पर वाहनों की भी सघन जांच-पड़ताल की जा रही है।
दिवाली को लेकर आबकारी विभाग ने सड़कों पर बढ़ाया पहरा
जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया जिले में अवैध शराब के निर्माण, बिक्री और परिवहन के खिलाफ आबकारी विभाग की टीम द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। गुरुवार को आबकारी निरीक्षक इंस्पेक्टर शिखर, विजय शुक्ला, विवेक सिंह, रजनीश प्रताप सिंह, रिचा सिंह, विजय राठी, सुभाष चन्द्र, अरविंद बघेल, कौशलेन्द्र रावत, लक्ष्मी शंकर वाजपेयी, कृष्ण कुमार सिंह, कृति प्रकाश पाण्डेय, अभिषेक सिंह की टीम द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में चेकिंग करते हुए शराब तस्करों के ठिकानों पर दबिश दी गई। इटौंजा टोल प्लाजा, सीतापुर लखनऊ हाईवे पर संदिग्ध वाहनों, टैंकरों की चेकिंग की गई। इसके अतिरिक्त हाईवे के किनारे स्थित ढाबों की चेकिंग करने के साथ ही ढाबा संचालकों को अवैध मदिरा के कारोबार से दूर रहने की हिदायत दी गई। त्योहार को लेकर शराब तस्करी की आशंका बढ़ जाती है। जिसमें जिले के साथ अन्य राज्यों में शराब तस्करी के लिए माफिया सक्रिय हो जाते है। शराब तस्करों को पकडऩे के लिए आबकारी विभाग की टीमें अपने-अपने क्षेत्र में पूरी मुस्तैदी के साथ कार्य कर रही है। जिसके परिणाम भी सामने आ रहे है। जिला आबकारी अधिकारी का कहना है कि त्योहारी सीजन में विभाग किसी प्रकार की कोताही बरतने के मूड में नहीं है। शराब तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी चल रही है। तस्करों को छोड़ा नहीं जाएगा।
शराब व बीयर ठेकों पर की छापेमारी
दीवाली त्योहार के मद्देनजर आबकारी विभाग ने जिले की सभी शराब व बीयर की दुकानों पर छापेमारी की। इस दौरान अधिकारियों ने ठेकों पर पहुंचकर शराब की बोतलों पर लगे हॉलमार्क, रजिस्ट्रेशन नंबर आदि की जांच-पड़ताल की। मौजूद कर्मचारियों को नकली व निर्धारित मूल्य से अधिक में शराब की बिक्री करते पाए जाने पर लाइसेंस निरस्त करने की चेतावनी भी दी। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया टीम द्वारा शराब की दुकानों पर छापेमारी की गई। ठेकों पर मौजूद कर्मचारियों व लाइसेंसी को नकली व निर्धारित मूल्य से अधिक पर शराब बेचते पाए जाने पर लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई। शराब की बोतलों के ऊपर लगे हॉलमार्क चेक किए गए। इसके लिए उन्होंने मोबाइल से उन्हें स्कैन किया और उस पर लिखे कोड की पड़ताल की। उन्होंने दुकानों के अनुज्ञापियों को किसी भी प्रकार की अन्य शराब पाए जाने पर भी कार्रवाई की चेतावनी दी। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया कि उन्होंने त्योहार के मद्देनजर कई दुकानों पर छापेमारी की जा रही है। इस दौरान उन्होंने शराब की पैकिंग के अलावा उनके ऊपर लगे हॉलमार्क को भी चेक किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने किसी भी प्रकार की आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिली। साथ ही विक्रेताओं को नियमानुसार शराब बिक्री करने के निर्देश दिए गए।