-दो विभागों के आपसी विवाद का खामियाजा भुगत रहे स्थानीय निवासी
चेतन भाटी@ बुलन्दशहर : शहर के भूड़ चौराहा से तहसील गेट तक बने मार्ग की हालत सरकारी महकमे को मुंह चिढा रही है। राम भरोसे हो चुकी ये सड़क धीरे धीरे गड्ढों में तब्दील होती जा रही है। सड़क में हो रहे गड्ढे धीरे धीरे इतना विकराल रूप ले चुके हैं कि भारी वाहनों के तेज रफ्तार से गुजरते समय सड़क किनारे बनी बिल्डिंगों का भी दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा भी बना रहता है। सदर तहसील, कोतवाली देहात से लेकर वन विभाग, सुधार गृह गन्ना विकास अधिकारी कार्यालय आदि सहित कई सरकारी विभाग व कई शिक्षण संस्थाएं इस मार्ग पर ही स्थित हैं। लेकिन बावजूद इसके लोक निर्माण विभाग का इस जर्जर होती सड़क की ओर कोई ध्यान ही नहीं है। प्रतिदिन प्रशासनिक अधिकारियों का काफिला भी इन्हीं गड्ढा युक्त सड़कों पर फर्राटा भरता है किन्तु सरकारी महकमों पर उदासीनता का आलम इस कदर हावी है कि इस समस्या का समाधान कराना तो दूर इसकी ओर कोई ध्यान देना भी मुनासिब नहीं समझ रहा है। साथ ही सौन्दर्यकरण की बात की जाये तो बुलन्दशहर विकास प्राधिकरण का नाम सबसे आगे आता है जबकि सड़क कार्य पीडब्लूडी अधीन रहता है उसके बावजूद भी अधिकारी कार्य को देखते हुए नजर अंदाज कर रहे है। इस विषय में विकास प्राधिकरण के वीसी मौहम्मद शफकत कमाल से इस विषय में जानकारी हासिल की गयी तो बताया गया कि रोड की मरम्मत कार्य हेतु तीन वर्ष का समय प्रधिकरण के अधीन था जो बीते मार्च माह में पूर्ण हो चुका है। इसके उपरांत रोड की मरम्मत आदि कार्य की जिमेदारी पीडब्लूडी के अधीन है । जानकारी में पीडब्लूडी विभाग के अधिशासी अभियंता से मालूम चला कि मार्च माह में प्राधिकरण से नोटिस मिलने के उपरांत जवाब में बताया गया कि रोड को हैंडओवर करने से पहले मरम्मत कार्य की जिम्मेदारी प्राधिकरण की है। जब तक प्राधिकरण मरम्मत कार्य कर करके नही देगी पीडब्लूडी इस रोड को अपने हैंडओवर स्वीकार नहीं करेगी। इसी विषय में एसडीएम ने बताया कि सड़क की हालत काफी जर्जर स्थिति में है और प्रतिदिन उन्हें इस मार्ग से गुजर कर अपने कार्यालय भी जाना होता है। चूँकि नगरीय क्षेत्र होने के बावजूद यह कार्य इस विषय में एसडीएम के अधीन नही है। सही मायनों में राहगीरों की समस्या के समाधान हेतु यह सड़क मरम्मत के लिए विभागों की दर दर की ठोकर खा रहा है।