शामली आस-पास: एक दर्जन से अधिक लोगों के सैंपल जांच को भेजे


संवाददाता@ झिंझाना। कोरोना महामारी के चलते दो सप्ताह के अंदर दूसरे राज्यों से कस्बे मे आये लोगो की नगर पंचायत सूची के अनुसार स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक दर्जन से अधिक लोगो के सेम्पल लेकर जांच के लिए भिजवाया गया है। गुरुवार को नगर पंचायत झिंझाना कार्यलय मे पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कस्बे मे आये दूसरे राज्य कर्नाटक, महाराष्ट्र, आन्ध्रप्रदेश, से कसबे मे आये लोगो की नगर पंचायत द्वारा बनायी गयी लिस्ट के अनुसार 13 लोगो की जांच के लिए सेम्पल लिये गये। वही बुधवार को क्षेत्र के गांव मस्तगढ मे मिले कोरोना संक्रमित के सम्पर्क मे आये मस्तगढ निवासी युवक ने भी अपना सैम्पल जांच के लिए भिजवाया। युवक ने बताया उसने संक्रमित के साथ खाना खाया था। स्वास्थ्य विभाग की टीम मे मौजूद डाक्टर ऋतु ने बताया 14 लोगो के कोरोना जांच के लिए सेम्पल लेने थे लेकिन एक युवक के नही आने पर 13 लोगो के सेम्पल लेकर जांच के लिए भेजा गया है। टीम मे एसटीएल एस जरीफ व एलटी मेवाराम मौजूद रहे।

कोरोना संक्रमित केस मिलने के बाद दो गांव सील
संवाददाता@ झिंझाना। क्षेत्र गांव मस्तगढ व बिरालियान से दो कोरोना संक्रमित मिलने पर दोनांे गांव की गलियो को बेरिकेडिंग कर सील किया गया। ग्राम प्रधान ने गांव की गलियो को सैनेटाइज कराया है। गांव मे कोरोना संक्रमितों के सम्पर्क मे आये लोगो की लिस्ट बनाकर क्वारंटाइन किया जायेगा। बुधवार को जनपद मे मिले तीन कोरोना संक्रमितो मे झिंझाना क्षेत्र के दो गांव बिरालियान मे महिला व मस्तगढ मे युवक के संक्रमित मिलने के बाद क्षेत्र मे हडकंप मच गया था जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा दोनो संक्रमितो को कोविड 19 अस्पताल मे भर्ती कराया गया था। प्रशासन के आदेश पर ग्राम प्रधान द्वारा संक्रमितो के घर की गलियो को बेरिकेडिंग कर सील कर दिया है। गांव मे सेनेटाजर के लिए टीम लगायी गयी है। ग्राम प्रधान पति होशियार सिंह ने बताया बिरालियान मे गली को सील कर पूरे गांव को सेनेटाइज कराया गया है संक्रमित के सम्पर्क मे आये लोगो की तलाश कर लिस्ट बनाकर भेजी जा रही है। दूसरी ओर मस्तगढ प्रधानपति इतवारी ने भी गांव की गली को सील कर गांव को सेनेटाइज कराया गया है।

ओवर फ्लो नाले का पानी महाविद्यालय में घुसा, परेशानी
संवाददाता@ कांधला। राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय के निकट नगर पालिका परिषद का नाला चैक हो जाने के बाद नाले का पानी महाविद्यालय में भरना शुरू हो गया। जिसके चलते महाविद्यालय प्रशासन को भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है।
नगर पालिका परिषद ने नगर के पानी की निकासी के लिये हजारो मीटर नाले का निर्माण कराया था। लेकिन पिछले कई दिनों से नाला चैक हो जाने के कारण नाला के आस पास के क्षेत्र में जलभराव की स्थिति बनी रहती है। सबसे ज्यादा परेशानी महाविद्यालय के प्रशासन व छात्राओं को उठानी पड़ती है। महाविद्यालय के प्रशासन ने कई बार नगर पालिका प्रशासन को शिकायती पत्र भेजकर चैक नाले से निजात दिलाने की मांग की चुके है। लेकिन अभी तक नाले की समस्या का समाधान नही हो सका। जिसके चलते नगर पालिका का नाला चैक हो जाने के बाद महाविद्यालय में नाला का पानी घुसने से जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई। महाविद्यालय में नाले का गंदा पानी घुसने के बाद से महाविद्यालय प्रशासन बुरी तरह से त्रस्त हो चुका है। वही महाविद्यालय खुलने के बाद हजारों छात्राओं को गंदगी के साथ संक्रमित बीमारीयों का सामना करना पडेगा। राजकीय महिला स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय की प्राचार्या प्रमोद कुमारी ने जानकारी देते बताया कि नगर पालिका परिषद का नाला चैक हो जाने से ओवर फ्लो नाले का पानी महाविद्यालय में घुसकर नुकसान पंहुचा रहा है। इस सम्बन्ध में नगर पालिका परिषद व प्रशासन को पत्र भेजकर समस्या का निराकरण कराने की मांग की है।

प्रवासी मजदूरों की जांच रिपोर्ट आई निगेटिव
संवाददाता@ कैराना। तीन दिन पूर्व कर्नाटक व महाराष्ट्र से घर लौटे 28 प्रवासी मजदूरों की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग ने सैंपल भेजे थे। मजदूरों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से 28 प्रवासी मजदूरों के सैंपल कोरोना की जांच हेतु भेजे गए थे। ये सभी प्रवासी कर्नाटक व महाराष्ट्र से अपने घर लौटे थे, जो क्षेत्र के गांव बुच्चाखेड़ी, भूरा व पावटीकलां के रहने वाले हैं। मजदूरों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से आते ही होम क्वॉरेंटाइन किया हुआ था। स्वास्थ्य विभाग ने सैंपल लेने के बाद भी उन्हें होम क्वॉरेंटाइन रहने के निर्देश दिए थे। चिकित्साधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि गुरूवार को उपरोक्त मजदूरों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। उधर, निगेटिव रिपोर्ट प्राप्त होने पर स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है।