एजेंसी @ गलवान घाटी में हुए हिंसक संघर्ष में 20 भारतीय सैनिकों की मौत के बाद सेना ने एलएसी पर तैनात कमांडरों को मौक़े पर फ़ैसला लेने के लिए खुली छूट दे दी गई है.
अब कमांडर हथियारों के इस्तेमाल पर लगी रोक से बंधे नहीं रहेंगे और हालात के हिसाब से फ़ैसला ले सकेंगे. अख़बार ने सैन्य सूत्रों के हवाले से बताया है कि भारतीय सेना रूल्स ऑफ़ एंगेजमेंट (आरओई) में बदलाव कर रही है.
गलवान घाटी में हुए संघर्ष में भारतीय सैनिकों की मौत के बाद विपक्ष ने सवाल उठाया था कि भारतीय सैनिकों को निहत्थे क्यों भेजा गया.
इसके जवाब में भारत सरकार ने कहा था कि सैनिकों के पास हथियार तो थे लेकिन उन्होंने चीन के साथ हुए समझौते के तहत वो इस्तेमाल नहीं किए.