मवी में आवंटित दोनों पट्टे किए गए निरस्त, खनन माफियाओं में मचा हड़कंप
अपर आयुक्त की मौजूदगी में तीन पट्टों की हुई पैमाइश, तैयार हो रही रिपोर्ट
संवाददाता@ शामली/कैराना। अपर आयुक्त प्रशासन की छापेमारी में कैराना यमुना खादर में वैध पट्टे की आड़ में बड़े पैमाने पर चल रहे अवैध खनन की पोल खुलकर सामने आ गई। इस दौरान टीम ने मामौर व मवी में आवंटित तीन वैध पट्टों की पैमाइश की। इससे पहले ही खनन माफिया अपने वाहनों को लेकर फरार हो चुके थे। फिलहाल प्रशासन ने मवी में आवंटित दोनों पट्टों को निरस्त कर दिया है। शेष पट्टों की रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
शनिवार को सहारनपुर मंडलायुक्त संजय कुमार के निर्देश पर अपर आयुक्त प्रशासन बीपी सिंह ने अपनी टीम के साथ एक बार फिर कैराना पहुंचे। उन्होंने यमुना खादर के मामौर में पांच साल के लिए आवंटित वैध बालू खनन पट्टे पर छापेमारी की। बताया गया कि मौके पर खनन का कार्य बंद पाया गया। जबकि खनन करने वाले वहां से पहले ही वाहनों समेत फरार हो चुके थे। इस दौरान अपर आयुक्त ने अपनी मौजूदगी में खनन पट्टे की पैमाइश कराई। इसके बाद अपर आयुक्त मवी में पहुंचे। पता चला कि यहां तीन-तीन माह के लिए दो पट्टे आवंटित हैं। इन पट्टों की भी पैमाइश कराई गई। इस दौरान टीम में शामिल एक सरकारी कर्मचारी ने बताया कि पैमाइश के दौरान मवी में एक वैध पट्टे की आड़ में अवैध खनन हुआ है, जिसके निशान साफ बयां कर रहे हैं। टीम ने पैमाइश करने के साथ ही अपनी रिपोर्ट बनानी शुरू कर दी है। खनन से संबंधित रिपोर्ट मंडलायुक्त के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी। इस दौरान खनन इंस्पेक्टर ब्रिजेश गौतम, एसडीएम शामली, एसडीएम कैराना देवेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।
यमुना की मुख्यधारा भी मोड़ी
खनन माफियाओं ने मवी गांव में यमुना नदी में तमाम नियम-कायदों को ठेंगे पर रख दिया। इसी का नतीजा है कि यमुना नदी की मुख्यधारा को रेत डालकर हरियाणा की ओर मोड़ दिया गया है। यह दृश्य अपर आयुक्त ने भी देखा है। इस बीच उनके द्वारा अपने मोबाइल में वीडियो भी बनाई गई। इसके अलावा खनन माफियाओं ने यमुना नदी में गहरे कुंड भी बनाए हुए हैं। इनमें कुछ में पानी भर गया है, तो कुछ खनन माफियाओं की करतूत को बयां कर रहे हैं।
अफसरों की भी फंस सकती है गर्दन
वैध पट्टे की आड़ में बड़े पैमाने पर अवैध खनन के काले कारोबार में संलिप्तता पर कुछ अधिकारियों की भी गर्दन फंस सकती है, क्योंकि मवी में अवैध खनन किए जाने की बात सामने आ चुकी है। मवी में खनन माफियाओं द्वारा रात-दिन युद्धस्तर पर प्रतिबंधित मशीनों से यमुना नदी का सीना चीरा जा रहा था।
मवी में निरस्त किए खनन पट्टे
एसडीएम देवेंद्र सिंह ने बताया कि मामौर में दो पट्टे आवंटित हैं। इनमें पांच साल के लिए आवंटित पट्टे का क्षेत्रफल लगभग 15 हेक्टेयर है। जाहिर है कि खनन पट्टे की सीमा के अंतर्गत ही हुआ है। जबकि दूसरा पट्टा तीन माह के लिए आवंटित है, जिस पर अभी खनन का कार्य शुरू नहीं हुआ है। एसडीएम ने बताया कि मवी में तीन-तीन माह के लिए दो पट्टे आवंटित हैं, जिनको निरस्त कर दिया गया है। हालांकि, उन्होंने निरस्त किए जाने का कारण मानक के अनुरूप कुल रेत उठाना बताया है। एसडीएम ने यह भी कहा कि फिलहाल टीम अपनी रिपोर्ट तैयार कर रही है।