- 55 घंटे के लॉकडाउन को लेकर जनता में दहशत, ट्रेलर अभी बाकि है…
- यूपी में अनलॉक के बाद लॉकडाउन का दौर शुरू करने के पीछे क्या है मंशा?
दीपक वर्मा@ शामली। यूपी सरकार द्वारा अनलॉक के सफर के बीच 55 घंटे के लॉकडाउन का ट्रायल छोड़ा गया है। इस लॉकडाउन को लेकर जनता में फिर से दहशत बन गई है, क्योंकि अभी तक लॉकडाउन के चलते बिगड़ी लोगों की आर्थिक स्थिति सुधर नही पाई है। जनता में इस बात की भी आशंका बनी हुई है कि लॉकडाउन का यह ट्रायल आने वाले कुछ दिनों में बड़ी पाबंदी में भी तब्दील हो सकता है। लोगों का मानना है कि पिछले लॉकडाउन में कोरोना तेजी के साथ बढ़ा था। जनता इस बात से भी इत्तेफाक नही रखती कि सिर्फ लॉकडाउन ही कोरोना संक्रमण को रोकने का कारगर उपाय है।
लॉकडाउन से किसका भला?
22 मार्च को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता कफ्र्यू लागू करने की अपील की थी, जो सफर रहा था। इसके बाद 24 मार्च की आधी रात से 21 दिनों का संपूर्ण लॉकडाउन लागू किया गया। लॉकडाउन का यह सफर कई महीनों में तब्दील हुआ, जिसका उद्देश्य कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकना था, लेकिन ऐसा नही हुआ। लॉकडाउन के दौरान भी संक्रमण तेजी के साथ फैलता नजर आया, हालांकि कोरोना पर बेअसर नजर आने वाले इस लॉकडाउन के चलते गरीब जनता, मजदूरों और प्राईवेट नौकरी करने वाले लोगों को सबसे ज्यादा खामियाजा उठाना पड़ा। लंबे लॉकडाउन के बाद अनलॉक का सफर शुरू हुआ, तो यें फिर से खुद को संभालने की कोशिशों में जुट गए, जोकि अभी तक पूरी नही हो पाई है। अब अनलॉक के बीच फिर से 55 घंटे का लॉकडाउन को जनता सिर्फ ट्रायल के रूप में देख रही है। लोगों का मानना है कि प्रदेश सरकार आगे लंबे लॉकडाउन का भी फैसला ले सकती है।
क्या करती है सरकार?
सरकार ने शुक्रवार की रात से सोमवार की सुबह तक प्रदेश में पिछले लॉकडाउन सरीखे रेस्ट्रिक्शन लागू किए हैं। सरकार यह भी कह रही है कि यह कदम एहतियात के तौर पर उठाया गया है। इससे कोरोना वायरस ही नही बल्कि डेंगू, कालाजार, इंसेफेलाइटिस और मलेरिया जैसे रोगों के संक्रमण को भी फैलने से रोका जा सकेगा, लेकिन इन रोगों को रोकने के लिए आवश्यक कदम भी उठाने की जरूरत होती है, जोकि स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक अमले द्वारा धरातल पर कहीं भी देखने को नही मिल रहे हैं, ऐसे में लॉकडाउन का यह ट्रायल जनता के जेहन में दहशत भर रहा है।
देर रात एसपी ने किया लाॅक डाउन का निरीक्षण
शामली। शुक्रवार की देर रात एसपी विनीत जायसवाल ने एसटी तिराहा, गुरुद्वारा तिराहा, भिक्की मोड, फव्वारा चैंक, विजय चैंक, अजंता चैंक का भ्रमण किया जहां उन्होंने पुलिसकर्मी वाहनों की जांच करते दिखाई दिए। एसपी ने सभी पुलिसकर्मियों को लाॅक डाउन का सख्ती से पालन के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सभी सावधानियां बरतें। लाॅक डाउन का सख्ती से लेकिन शालीनता के साथ पालन कराया जाए। इस दौरान पुलिसकर्मियांे ने सडकों से आने जाने वाले वाहनों की सघनता से जांच पडताल भी की। दूसरी ओर शनिवार को पुलिस ने कई स्थानों पर बिना कारण घूम रहे वाहन चालकों के चालान भी काटे।
लॉकडाउन में यूपी-हरियाणा बॉर्डर सील
कैराना। प्रदेश में योगी सरकार ने कोरोना महामारी को लेकर शुक्रवार रात दस बजे से सोमवार सुबह पांच बजे तक लॉकडाउन घोषित कर दिया है। लॉकडाउन को प्रभावी बनाने के लिए पुलिस द्वारा यूपी-हरियाणा बॉर्डर पर सील लगा दी है। बॉर्डर पर पुलिस ने बैरियर लगा दिए हैं तथा लॉकडाउन में बेवजह लोगों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस दौरान पुलिस ने बॉर्डर से ही वाहनों को वापस भेज दिया। पुलिस ने ऐसे वाहनों के आवागमन को अनुमति दी, जो माल वाहक हैं। इसके अलावा किसी वाहन के पास अनुमति हों या फिर इमरजेंसी की स्थिति में किसी को जाना पड़ रहा हो। उधर, पुलिस द्वारा वाहनों के बेवजह आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिए जाने के बाद हरियाणा से यूपी की ओर लोग पैदल बॉर्डर पार करते हुए भी नजर आए।