विनोद पांडेय @ गाजियाबाद। हर आदमी के जीवन में किसी न किसी बात की लगन होती है। यह लगन समाज सेवा से लेकर किसी भी प्रकार की हो सकती है। सोशल चौकीदार के.के. शर्मा ने शहर के विभिन्न मंदिरों के पुजारियों के प्रति नेक पहल की है। उन्होंने शनिवार को इन पुजारियों को राशन और दक्षिणा प्रदान की।
सोशल चौकीदार के.के. शर्मा का कहना है कि कोविड-19 (कोरोना वायरस) के कारण लॉकडाउन रहने के समय मंदिरों के पुजारियों को किसी प्रकार की मदद नहीं मिल पाई थी। विभिन्न सामाजिक संस्थाओं ने गरीब एवं जरूरतमंदों के लिए हाथ बढ़ाए, मगर पुजारियों की तरफ किसी का ध्यान नहीं गया। अधिकांश मंदिरों में वेतन भोगी पुजारी हैं।
उनका कहना है कि बाजार, मॉल, कारखाने खुल गए, लेकिन मंदिर अभी भी बंद हैं। इसलिए मंदिर के पुजारियों को अभी भी मदद की जरूरत है। इसी क्रम में आज संत विनोबा भावे पार्क लोहिया नगर में 27 पुजारियों को लगभग 12 किलो राशन (आटा, चावल, दाल, तेल व मसाले आदि) का वितरण कर उनके स मान के लिए दक्षिणा भी दी गई। यह कार्यक्रम कुछ दिन और चलेगा।
के.के. शर्मा ने बताया कि समाज के लिए कुछ अच्छा करने का जज्बा हर किसी में होना चाहिए। जो लोग समाज सेवा करते हैं वह सदैव प्रसन्न रहते हैं। उनका नाम होता है। समाज सेवा का दूसरा बड़ा लाभ यह है कि इससे पुण्य की प्राप्ति होती है। जीवन में पैसा रुपया कुछ साथ नहीं जाता बल्कि व्यक्ति द्वारा किये गये नेक कार्य ही साथ जाते हैं।
दुनियां में नहीं रहने के बाद भी लोग उनको याद करते हैं। हमेशा याद रखो कि समाज में जो लोग परेशान हैं उनकी मदद करो तो आत्मिक सुख का अनुभव होगा। समाज सेवा अगर नि:स्वार्थ भाव से की जाए तो मानवता का कर्तव्य सही मायनों में निभाया जा सकता है। उन्होने कहा सोशल चौकीदार हर गरीब, मजूदर, पीडि़त व्याक्तियों को इंसाफ दिलाने के लिए बनाई गई है। इस मौके पर सुशील शर्मा, रमेश, बबलू, शशिकांत शर्मा व संजय आदि उपस्थित रहे।
बता दें कि लॉकडाउन के दौरान वैश्विक महामारी कोरोना के चलते जिले में गत माह लागू हुए लॉकडाउन में सोशल चौकीदार गरीब, मजूदर एवं असहाय लोगों के लिए मसीहा बनकर सामने उभरी थी। लॉकडाउन के दौरान घर-घर राशन के पैकेट, सुबह-शाम राशन, सड़को पर कोरोनाकाल में ड्य़ूटी कर रहे कोरोना योद्धाओं को नाशता पहुचाने में सोशल चौकीदार ने अग्रिम भूमिका निभाई थी।