जिले को नशा मुक्त बनाने में सहयोग के लिए आगे आएं युवा : उपायुक्त

आस मोहम्मद @नूंह,मेवात…नशा को जिला से जड़मूल से उखाड़ फैंकने के लिए सभी को मिलकर नशे के खिलाफ लडऩा होगा तभी हम अपने जिले को नशा मुक्त कर सकते है, इसमें आम आदमी का सहयोग बहुत जरुरी है। उन्होंने कहा कि भारत ने सरकार द्वारा नशा मुक्त भारत अभियान शुरू किया गया है। इसके सफल आयोजन को लेकर जिला प्रशासन द्वारा नशे के खिलाफ लोगों में जागरूकता लाने के लिए कार्य योजना तैयार की जाए ताकि गांव व शहर में नशा करने वाले लोगों को इस बुराई से छुटकारा दिलाया जा सके। उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने बताया कि देश के नशा प्रभावित 272 जिलों को चिन्हित किया गया है, जिसमें प्रदेश के नूंह जिला को भी शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि नशा को जिला से खत्म करने के लिए सभी को इस अभियान में सहयोग के लिए आगे आना होगा। इस कार्य में ग्राम पंचायतें महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। सरपंच गांव को नशा मुक्त बनाने के लिए गांव स्तर पर मुहिम चलाकर गांव को नशा मुक्त बनाने की दिशा में कार्य करें और युवाओं को नशा न करने बारे प्रेरित करें।


युवाओं को करें नशा न करने के लिए प्रेरित: उपायुक्त ने कहा कि गांव के युवाओं को विशेष रूप से नशा न करने के लिए प्रेरित करें। आज जिला के प्रत्येक गांव में किसी न किसी रूप में नशा व्याप्त है और इस बीमारी की दलदल में अधिकतर युवा ही धंसा हुआ है। नशे के कारण परिवार के परिवार बर्बाद हो गए, वहीं कई युवा नशे कारण मृत्यु का शिकार भी हो गए। इसलिए युवाओं को समझाएं कि यदि उन्हें सुख व समृद्ध जीवन जीना है, तो नशे से दूर रहना होगा। नशा व्यक्तिगत ही नहीं अपितु सामाजिक व आर्थिक तौर पर भी नुकसान पहुंचाता है। उपायुक्त ने नशा मुक्त भारत अभियान के व्यापक प्रचार-प्रसार पर बल देते हुए कहा कि जिला के प्रमुख स्थानों पर बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाए जाएं, सोशल मीडिया, प्रिंट व इलैक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से भी प्रचार करवाया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि इस अभियान के तहत जो लोग नशे से मुक्त हो जाएंगे उनकी सक्सेस स्टोरी बनाई जाए ताकि दूसरे लोगों को उनसे प्रेरणा मिल सके।

उन्होंने कहा कि स्कूलों, कालेजों व अन्य शिक्षण संस्थान के नजदीक 100 मीटर के दायरे में मादक पदार्थों की बिक्री पर पूर्णत: प्रतिबंध होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस जिले में दसवीं से लेकर ग्रेजुऐशन तक यानि स्कूल से लेकर कालेज तक के विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने के लिए जागरुक करना होगा। इसके लिए अभिभावकों के सहयोग की जरुरत होगी। जिनके बच्चे नशे की लत में फंसे हुए है, उन्हें प्यार से नशे से दूर करेंगे। इस जिले में नशे के प्रति एक युद्घस्तर पर जागरुकता अभियान की जरुरत है। उन्होंने कहा कि अभी हाल में ही केन्द्र सरकार द्वारा देश को नशा मुक्त करने के लिए नशा मुक्ति भारत अभियान को चलाने का निर्णय लिया है।