दीपक वर्मा@ शामली। शहर कोतवाली पुलिस ने टिक-टाॅक पर हाथ में अवैध हथियार लेकर वीडियो बनाने के तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से दो तमंचे, पिस्टल व कारतूस भी बरामद किए है। इसके अलावा पुलिस ने लाॅक डाउन के दौरान जमीनी समस्या को लेकर झगडा करने व बिना मास्क लगाकर घर से बाहर घूमने के आरोप में कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस की कार्रवाई से हडकंप मचा हुआ है।
जानकारी के अनुसार शहर कोतवाली पुलिस ने कुछ युवकों द्वारा हाथों में हथियार लेकर टिक-टाॅक पर वीडियो बनाकर उसे पोस्ट करने के मामले को गंभीरता से लेते हुए वीडियो के माध्यम से आरोपियों की पहचान करते हुए मौहल्ला सरवरपीर निवासी आरिफ, विशाल निवासी नौकुआं व शौकीन निवासी नौकुआं को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से दो तमंचे, पिस्टल व कारतूस भी बरामद किए हैं। कोतवाली प्रभारी प्रेमवीर राणा ने बताया कि तीनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है। वहीं पुलिस ने गांव झाल में जमीनी विवाद व पारिवारिक समस्या को लेकर आपस में झगड रहे अमित व शिवकुमार पुत्रगण जयदेव का धारा 151 में चालान किया है। इसके अलावा लाॅक डाउन में बिना कारण घर से बाहर घूमने व मास्क न लगाने के आरोप में पुलिस ने सलीम पुत्र रसीद, जफर पुत्र रसीद, इरशाद पुत्र इस्लाम, अनीस पुत्र मुन्ना, नफीस पुत्र याकूब, नफीस पुत्र मुन्ना निवासीगण नई बस्ती पंसारियान, गफ्फार पुत्र सत्तार, सलमान पुत्र यामीन निवासी मौहल्ला कलंदरशाह, मोहसीन पुत्र युसूफ निवासी सती मंदिर चांद मस्जिद के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। वहीं लाॅक डाउन का उल्लंघन करने, मास्क न लगाने व बिना अनुमति दुकान खोलने के आरोप में पुलिस ने नितिन व कमल पुत्रगण राजेश कुमार निवासी मौहल्ला धर्मपुरा के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया है।
नहीं हुई शिनाख्त, दफनाए गए दोनों लड़कियों के शव कैराना। ब्लाइंड डबल मर्डर प्रकरण में खाकी अभी तक किसी भी नतीजे तक पहुंचने में नाकाम साबित हुई है। पुलिस न ही तो शवों की शिनाख्त करा पाई और ना ही आरोपियों का कोई सुराग लग पाया है। इसी के चलते पुलिस ने दोनों शवों को कब्रिस्तान में दफनवा दिया है। मामले में पुलिस अफसर जल्द ही राजफाश करने का दावा कर रहे हैं।
गांव जगनपुर के जंगल से 20 मई को दो अज्ञात लड़कियों के शव बरामद हुए थे। हत्या करने के बाद शवों को ईंख के खेत में फेंका गया है। शवों की शिनाख्त नहीं होने पर उन्हें मोर्चरी के लिए भिजवाया गया था। एसपी ने शवों की शिनाख्त और घटना के जल्द राजफाश के लिए चार टीमों का गठन किया। इसी बीच डॉग स्क्वायड की टीम भी मौके पर पहुंची, लेकिन खेत में पानी भरा होने के कारण कोई सफलता नहीं मिल पाई थी। इसके बाद मेरठ से फॉरेंसिक विभाग की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए थे। रविवार को डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया था तथा बारीकी से जांच करते हुए जल्द राजफाश किए जाने के निर्देश दिए थे। लेकिन, पुलिस की तमाम भागदौड़ के बावजूद भी शवों की शिनाख्त नहीं हुई है। शिनाख्त के लिए पुलिस द्वारा हरियाणा राज्य समेत आसपास के जनपदों में भी संपर्क किया गया। ग्राम प्रधानों व चौकीदारों के साथ-साथ पुलिस ने ईंट-भट्ठों पर पहुंचकर फोटो के माध्यम से भी शिनाख्त के प्रयास किए, लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिल पाई। इसी के चलते पुलिस द्वारा रविवार शाम शवों को शामली स्थित एक कब्रिस्तान में दफनवा दिया गया है। दूसरी ओर, पुलिस घटनाक्रम में शामिल आरोपियों का कोई सुराग नहीं तलाश पाई है। घटना का राजफाश करना भी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। सीओ प्रदीप सिंह ने बताया कि शिनाख्त नहीं होने पर दोनों शवों को कब्रिस्तान में दफना दिया गया है। पुलिस टीमें लगी हुई है। जल्द ही घटनाक्रम का राजफाश कर दिया जाएगा।