जिलाधिकारी ने जिला अस्पताल का किया औचक निरीक्षण

सुरेन्द्र भाटी@बुलन्दशहर जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने आज जिला अस्पताल (पुरूष) का औचक रूप से प्रातः 10 बजे निरीक्षण करते हुए ओपीडी में चिकित्सकों द्वारा देखें जा रहे मरीजों के संबंध में मौके पर जाकर जानकारी हासिल की। उन्होंने छोटे बच्चों के लिए टीके लगाये जाने वाले कक्ष में जाकर जानकारी हासिल की।

निरीक्षण के समय तक 25 बच्चों के टीके लगाये जा चुके थे। टीबी के मरीजों को देख रहे चिकित्सक के कक्ष में जाकर जानकारी हासिल की गई। चिकित्सक द्वारा निरीक्षण के समय तक 11 मरीजों को देखा गया। मरीजों द्वारा लगायी गई लाइन में पास-पास खड़े होता पाये जाने पर अस्पताल प्रशासन के कर्मिचारियों एवं सीएमएस को निर्देशित किया गया कि मरीजों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ लाइन लगवायी जाये ताकि संक्रमण फैलने की संभावना से बचा जा सके।

ओपीडी कक्षों में चिकित्सक मरीजों का उपचार करते हुए पाये गये। ओपीडी प्रांगण के मुख्य द्वारा पर थर्मल स्कैनिंग द्वारा मरीजों की स्कैनिंग एवं उनके हाथों को सेनेटाइज करते पाया गया। जिलाधिकारी द्वारा आपातकालीन उपचार कक्ष में भी जाकर निरीक्षण किया गया। वहां पर मौजूद मरीज से दिये जा रहे उपचार संबंधी जानकारी हासिल की गई। आपातकालीन कक्ष में निरीक्षण के समय तक 18 मरीजों को उपचार दिया जा चुका था।

इमरजेन्सी के मुख्य द्वारा थर्मल स्कैनिंग द्वारा मरीजों की स्कैनिंग न होते पाये जाने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए सीएमएस एवं इमरजेन्सी कक्ष में उपस्थित चिकित्सकों को निर्देशित किया कि मुख्य द्वारा पर संदिग्ध मरीजों की थर्मल स्कैनिंग सुनिश्चित की जाये। ताकि चिकित्सीय स्टाफ संक्रमण की संभावना से बचा रहे। थर्मल स्कैनिंग करते समय लोगों से बुखार, खंासी, सर्दी, पूर्व में बीमार होने एवं अन्य लक्षणों के संबंध में जानकारी लेते हुए रजिस्टर में जानकारी अंकित की जाये।

साथ ही संदिग्ध मरीजों की ट्रूनेट मशीन से जांच कराकर उपचार कराया जाये। उन्होंने कहा कि अस्पताल में आने वाले संदिग्ध मरीजों की ट्रूनेट मशीन के द्वारा जांच किये जाने के लिए एक अन्य ट्रूनेट मशीन की मांग शासन से की जाये। जिलाधिकारी द्वारा जनरल वार्ड, फ्लू वार्ड एवं अस्पताल परिसर का स्थलीय निरीक्षण भी किया गया। साथ ही सीएमओ कार्यालय में बनाये गये कन्ट्रोल रूम का भी निरीक्षण किया।

कन्ट्रोल रूम में तैनात कर्मचारी उपस्थित पाये गये। कन्ट्रोल रूम में आने वाले दूरभाष काॅल के रजिस्टर का अवलोकन करने पर काॅल की प्रविष्टि अद्यतन नहीं पाये जाने पर निर्देशित किया गया कि प्रत्येक काॅल की एन्ट्री रजिस्टर में की जाये। कन्ट्रोल रूम में रखे मोबाइल फोन में आयी हुई काॅलों में से कतिपय नम्बरों पर फोन मिलाकर सत्यापन भी किया गया। कन्ट्रोल रूम मे साफ-सफाई सही नहीं पाये जाने पर सफाई कराये जाने के निर्देश भी दिये गये।