तेज बारिश से जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त

  • कई स्थानों पर जलभराव होने से लोगों को परेशानी
  • दुकानों व मकानों भी घुसा पानी, लबालब रहे सडकों के गड्ढे

दीपक वर्मा@ शामली। मंगलवार की सुबह हुई तेज बारिश से शहर में कई स्थानों पर जलभराव हो जाने से लोगों को भारी दिक्कतें झेलनी पडी। बरसात का पानी लोगों की दुकानों व मकानों में घुस जाने से उन्हें काफी नुकसान झेलना पडा। दुकानदारों को बारिश का पानी निकालने के लिए मशक्कत करनी पडी। बारिश के चलते नालियों का गंदा पानी सडकों पर आ जाने से लोगों को आने जाने में परेशानी उठानी पडी।
जानकारी के अनुसार वैसे तो देर रात से ही मौसम का मूड बदल गया था लेकिन मंगलवार की सुबह घटाएं छाने व तेज बारिश होने से लोगों को गर्मी की मार से काफी निजात मिल गयी लेकिन तेज बारिश ने आम जनजीवन भी अस्त-व्यस्त कर दिया।

तेज बारिश के कारण शहर में कई स्थानों पर जलभराव हो गया। कई मौहल्लों में तो कई-कई फुट पानी भर जाने से लोगों को परेशानी झेलनी पडी। शहर के माजरा रोड सहित कई गलियों में पानी दुकानों व मकानों में घुस जाने से लोगों को नुकसान झेलना पडा। दुकानों में घुसे पानी को निकालने के लिए दुकानदारों को कडी मशक्कत करनी पडी। नेहरु मार्किट में भी बरसात का पानी भर जाने से आने जाने वाले लोगों व दुकानदार परेशान रहे। बरसात के कारण लोगों को छाता लेकर घरों से बाहर निकलना पडा, वहीं नालियों का गंदा पानी सडकों पर आ जाने से मौहल्लेवासियों को भी दिक्कतें झेलनी पडी।

नगर पालिका द्वारा नालियों की सही समय पर सफाई नही करायी गयी जिसके कारण पानी सडकों पर आ गया। तेज बारिश के चलते बाजारों में भी लोगों की चहल-पहल भी काफी कम रही। पूरे दिन आसमान में बादल छाए रहे और रह-रहकर बारिश का सिलसिला जारी रहा।

खाली बैठे रहे दुकानदार
शामली। सोमवार को हुई तेज बारिश के चलते बाजारों में भी सन्नाटा सा पसरा रहा जिस कारण दुकानदार भी ग्राहकों के इंतजार में खाली बैठे रहे। शहर के गांधी चैंक, सब्जी मंडी, बडा बाजार, नया बाजार, कबाडी बाजार, नेहरु मार्किट, सुभाष चैंक, भिक्की मोड, माजरा रोड आदि पर तेज बारिश के चलते ग्राहक घरांे से बाहर नहीं निकले जिस कारण बाजार सूने रहे। सब्जी विक्रेताओं का कहना था कि सुबह के समय बारिश रुकने पर बेहद कम लोग ही खरीददारी के लिए आए। वहीं रेडीमेड दुकान संचालकों ने बताया कि दोपहर बाद बारिश रुकने के बाद ही ग्राहक दुकानों तक पहुंचे, सुबह के समय हुई तेज बारिश के चलते वे घंटों खाली बैठे रहे।