नहीं मिल रही हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट

IN8@गुरुग्राम…….जैसे ही गुरुग्राम में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट को अनिवार्य कर दिया गया है, वैसे ही लोगों की परेशानी बढ़ गई है। जहां हाइ सिक्योरिटी नंबर प्लेट के लिए अप्लाई करने में लोगों को ठंड में भी पसीना बहाना पड़ रहा है, वहीं लाइनों में लगने के बाद भी नंबर प्लेट नहीं मिल पा रही है। प्लेट लगाने वाली एजेंसी पर भारी भीड़ हो रही है। लोगों को लंबी लाइनों में लगना पड़ रहा है। कई के नंबर तो 2 दिन में आ रहे हैं। पिछले महीने की तुलना में अब बेरीबाला बाग सेंटर पर 6 गुना लोग पहुंच रहे हैं। वहीं, ऑनलाइन बुकिंग वालों की संख्या अभी कम है क्योंकि वेबसाइट पर लोड बढ़ने से एरर आ रहा है। फिलहाल एजेंसी पर भारी भीड़ को देखते हुए यहां 6 के करीब काउंटर बढ़ाए गए हैं।
एक अप्रैल, 2019 को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सभी प्रदेशों के प्रिंसिपल सेक्रेट्री को लेटर लिखे गए कि हर कैटिगरी के वाहन पर सिक्योरिटी नंबर प्लेट हो, साथ ही यूल के साथ दूसरी जानकारी देने वाला स्टिकर भी लगा हो। अब इस स्टिकर के जरूरी होने के बाद एकाएक सिक्योरिटी नंबर प्लेट के साथ स्टिकर लगाने वालों की संख्या कई गुना बढ़ गई है। मंगलवार को शहर के बेरीवाला बाग में प्लेट लगाने वाली एजेंसी ने स्टिकर के लिए 4 व नंबर प्लेट के लिए दो कांउटर कर दिए हैं। इसके अलावा, एक काउंटर एसडीएम ऑफिस व दूसरा आरटीए ऑफिस में है। इतना ही नहीं सभी डीलरों को भी प्लेट लगाने व स्टिकर बुकिंग का अधिकार है। इसके अलावा, ऑनलाइन स्टिकर बुकिंग की जाती है।
घंटों लग रहे लाइनों में:हरियाणा में इस साइट पर इन दिनों रोजाना 10 हजार बुकिंग हो रही है। गुडग़ांव में यह संख्या अधिक है। स्टिकर के लिए बनाए 4 काउंटरों पर मंगलवार को भीड़ नजर आई। पहले जहां सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाने वाले हर दिन 100 से 150 लोग आते थे, अब इनकी संख्या भी 200 से 250 हो गई है। जबकि स्टिकर लेने वालों की संख्या भी 300 के करीब है। लोग यहां 2 से 3 घंटे लाइन में लग रहे हैं।
2 दिन तक लगाने पड़ रहे चक्कर:गुडग़ांव के जलवायु विहार राजू ने बताया कि उनके पास सफेद रंग की स्वि ट कार है। उस पर सिक्युरिटी नंबर प्लेट पहले ही थी। लेकिन अब स्टिकर की जरूरत है। उनका ऑफिस दिल्ली के महिपालपुर की एरो सिटी में है। दिल्ली में स्टिकर के लिए चालान कटने लगा है। उन्हें 2 दिन चक्कर काटने के बाद स्टीकर मिला है।
मदनपुरी के रहने वाले दीपक ने बताया कि वह 2 घंटे लाइन में खड़े रहे। ड्यूटी से कुछ समय के लिए छुट्टी लेकर आए थे, लेकिन भीड़ काफी मिली। हर दिन दिल्ली जाना पड़ता है। ऐसे में चालान कटने का डर रहता है। वह सिक्युरिटी नंबर प्लेट और स्टिकर अपनी कार पर लगवाने के लिए आए थे।
ज्योति पार्क निवासी पवित ने बताया कि वह लगातार तीसरे दिन यहां पर आ रहा है। उनका ऑफिस दिल्ली के महरौली में है। उन्हें स्टिकर नहीं मिल पा रहा है। कांउटर बढऩे के बाद उ मीद है कि स्टिकर मिल जाए। पटौदी रोड के दिनेश ने बताया कि यहां और अधिक काउंटर करने चाहिए। स्टीकर के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है। लोगों को काफी परेशानी हो रही है।