न्यू तंदूरी प्वाइंट मेंं संचालक बिना लाइसेंस के शराब पिलाने के साथ बेच रहा था हरियाणा की शराब, आबकारी विभाग के छापे में खुली पोल

गाजियाबाद। शहर के होटल बार, लाउंज और रेस्टोरेंट्स एवं ढाबों में बिना लाइसेंस और बाहरी राज्यों की शराब परोसने वालों पर आबकारी विभाग ने शिकंजा कसना शुरु कर दिया है। जिसके लिए आबकारी अधिकारी ने टीम बनाकर कार्रवाई के निर्देश दिए है। अवैध शराब की बिक्री, निर्माण व परिवहन पर रोक लगाने के लिए आबकारी विभाग की टीम लगातार चेकिंग एवं दबिश दे रही है। साथ ही समय-समय पर बिना लाइसेंस शराब परोसने एवं ओवर रेटिंग करने वालों को नियमों का पाठ पढ़ाया जा रहा है। अब बिना लाइसेंस और बाहरी राज्यों की शराब पिलाने वालों को आबकारी विभाग ने टीम ने ऐसे लोगों को सबक सिखाने के लिए जिले में विशेष अभियान शुरु कर दिया है। जिसमें आबकारी विभाग की टीम एवं उनके मुखबिर जिले में घूम कर इसकी पुष्टि करेंगे, कि कहीं बिना लाइसेंस के शराब तो नहीं परोसी जा रही है और कोई दुकानदार ग्राहकों से ओवर रेटिंग तो नही कर रहा है। इसी क्रम में आबकारी विभाग की टीम ने बिना लाइसेंस के होटल पर बाहरी राज्य की शराब पिला रहे संचालक को गिरफ्तार किया है।

पकड़ा गया संचालक होटल पर खाना खाने के लिए आने वाले ग्राहकों को खाने के साथ शराब पिलाने की सुविधा प्रदान करने के साथ ही शराब भी उपलब्ध कराता था। यूपी के साथ हरियाणा की भी शराब तस्करी करता था। जो कि दो माह पूर्व भी बिना लाइसेंस के शराब पिलाने के मामले में जेल जा चुका है। जेल की हवा खाने के बाद कुछ दिन तो आबकारी विभाग के नियमों का पालन करने लगे, मगर उसके बाद फिर से अपना अवैध धंधा शुरु कर दिया। गौरतलब हो कि आबकारी विभाग सिर्फ कार्रवाई ही नही कर रहा है, बल्कि राजस्व बढ़ोतरी पर बढ़ाने पर हर संभव प्रयास कर रहा है। जिसके लिए बिना लाइसेंस के शराब पिलाने वालों पर शिकंजा कसना शुरु कर दिया है। लाइसेंस मामले में जेल से छूटकर आए लोगों पर नजर रखने के लिए अपने मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय कर दिया है।

जिला आबकारी अधिकारी संजय कुमार प्रथम ने बताया उत्तर प्रदेश शासन एवं आबकारी आयुक्त उत्तर प्रदेश के आदेश के क्रम में जनपद में अवैध शराब की बिक्री, निर्माण एवं परिवहन के खिलाफ आबकारी विभाग द्वारा प्रवर्तन अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत आबकारी विभाग की सभी टीमें अपने-अपने क्षेत्र में दबिश एवं छापेमारी की कार्रवाई कर रही है। शुक्रवार रात को आबकारी निरीक्षक मनोज शर्मा की टीम द्वारा थाना क्रॉसिंग रिपब्लिक अन्तर्गत अभियान चलाकर शराब की दुकान, ढाबा एवं होटल पर चेकिंग की गई। इस दौरान न्यू तंदूरी प्वाइंट पर चेकिंग की गई। जहां पर कुछ लोग अवैध रूप से शराब पीते हुए पाए गए। जब होटल संचालक सचिन कुमार पुत्र डोरीलाल निवासी बुध विहार क्रॉसिंग रिपब्लिक से शराब पिलाने का लाइसेंस मांगा गया तो दिखाने में असमर्थ नजर आया।

आबकारी विभाग की टीम को देख शराब पी रहे लोग मौके से फरार हो गए। जब होटल की जांच की गई तो मौके से 10 पव्वे देशी मसालेदार शराब मोटा ब्रांड (फॉर सेल इन हरियाणा ओनली), मैकडोवेल नंबर-1 ओरिजिनल व्हिस्की व 11 बोतल किंगफिशर स्ट्रांग सोडा बरामद किया गया। मौके से काफी मात्रा में खाली बारदाना भी बरामद हुआ। पकड़ा गया आरोपी बिना लाइसेंस के शराब पिलाने के साथ-साथ बाहरी राज्यों की शराब तस्करी भी कर रहा था। पकड़ा गया आरोपी पूर्व में भी बिना लाइसेंस के शराब पिलाने के मामले में जेल जा चुका है। जो कि जेल से छूटने के बाद फिर से अवैध रूप से शराब पिलाने और शराब की तस्करी कर रहा था। जिसके खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए जेल भेजा गया।

हरियाणा शराब समेत दो तस्कर गिरफ्तार
अवैध शराब के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत आबकारी विभाग की टीम ने दो शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए तस्कर हरियाणा शराब की तस्करी कर रहे थे। हरियाणा से सस्ते दामों में शराब खरीद कर गाजियाबाद में आकर महंगे दामों में बेचता था। रात भी आरोपी हरियाणा से शराब लेकर गाजियाबाद में तस्करी के लिए लेकर आए थे, मगर उनके स्वागत में खड़ी आबकारी विभाग की टीम ने तस्करी से पहले ही उन्हें दबोच लिया। जिला आबकारी अधिकारी संजय कुमार प्रथम ने बताया शुक्रवार रात आबकारी निरीक्षक हिम्मत सिंह की टीम द्वारा थाना कौशांबी क्षेत्र में चेकिंग कर रही थी।

तभी दिल्ली आनंद विहार स्थित शौचालय के पास अवैध रूप से शराब तस्करी कर रहे  ज़ुबैर अली पुत्र यासिन ग्राम मन्वरिया पंचायत रूपेडिया जिला बहराइच और विनय कुमार पुत्र विनोद कुमार निवासी ग्राम खिचडीपुर पेप्सी वाली गली कल्याण पूरी पूर्वी दिल्ली को गिरफ्तार किया गया। जिनके कब्जे से 54 पव्वे देशी शराब मसालेदार फॉर सेल इन हरियाणा बरामद किया गया। पूछताछ में तस्करों ने बताया कि वह हरियाणा से सस्ते दामों में शराब खरीद कर उक्त शराब को रात में आनंद विहार में ऑटो व रिक्शा चालकों को महंगे दामों में बेचते थे। जिनके खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए जेल भेजा गया। अवैध शराब के खिलाफ आबकारी की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।