पानीपत की सबसे बड़ी डकैती का पर्दाफास

IN8@ पानीपत:जिला की सीआईए थ्री पुलिस टीम ने 29 जनवरी 2018 को सनौली रोड़ पर भीम गौड़ा मंदिर चौक के पास आईआईएफएल गोल्ड लोन कंपनी के कार्यालय मे हुई पानीपत की सबसे बड़ी डकैती के पांच आरोपियों को काबू करके डकैती की इस ब्लाइंड वारदात का पर्दाफाश किया है। वहीं सीआईए थ्री पुलिस टीम ने पांचो आरोपियों के पास से 52 लाख 25 हजार रूपये, 81.310 ग्राम सोना, एक स्वीफ्ट कार, एक बाइक और तीन देसी पिस्तौल बरामद की है।

इस बारे में सोमवार दोपहर बाद डीएसपी मुख्यालय सतीश वत्स ने पत्रकार वार्ता में जानकारी देते हुए बताया कि 29 जनवरी 2018 को सनौली रोड़ पर भीम गौड़ा चौक के पास आईआईएफएल गोल्ड लोन कंपनी कार्यालय मे पांच बदमाशों ने हथियारों के बल पर कार्यालय के कर्मचारियों को बंधक बनाकर कई करोड़ रूपये के सौने के जैवरात व 2 लाख रूपये से ज्यादा की नगदी लूट ली थी। पांचो आरोपी गोल्ड लोन कंपनी के कर्मचारियों को बांधकर और सीसीटीवी की डीवीआर लेकर फरार हो गए थे। डीएसपी ने बताया कि पानीपत जिला की यह डकैती की सबसे बड़ी वारदात थी। इस डकैती वारदात की जांच एसपी द्वारा सीआईए थ्री पुलिस टीम को सौंपी गई थी।

डीएसपी ने बताया कि सीआईए थ्री के इंचार्ज इंस्पेक्टर अनिल छिल्लर ने कार्रवाई करते हुए 14 जुलाई को पांच आरोपियों को काबू किया और उनको 15 जुलाई को अदालत में पेश करके पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। पांचों आरोपियों की पहचान दाउद पुत्र यासिन निवासी रोशनपुरा, सहारनपुर यूपी, इमरान पुत्र गयूर निवासी गांव आलदी जिला शामली यूपी व हाल किरायेदार शांति नगर पानीपत, बिजेन्द्र उर्फ बिन्द्र पुत्र किशनचंद निवासी बाम्बरहेडी जिला करनाल हाल निवासी भारत नगर पानीपत, राजीव उर्फ जेपी पुत्र जिले सिंह निवासी थूआ (छातर) जिला जीन्द व सन्नी उर्फ डाक्टर पुत्र प्रेमसिंह निवासी सिम्भालखा शामली यूपी व हाल निवासी बबैल रोड़ पानीपत के रूप मे हुई। इन पांचों आरोपियों में मुख्य आरोपी सहारनपुर का रहने वाला दाउद है। दाउद पर कर्ज हो गया था और उसने अपना कर्ज उतारने के लिए चार अन्य युवको इमरान, बिजेंद्र, राजीव व सन्नी के साथ मिलकर एक गैंग तैयार किया। उन पांचों ने हथियारों के बल पर डकैती की इस वारदात को अंजाम दिया।

वहीं रिमांड की अवधी के दौरान इन आरोपियों के पास से 52.25 लाख रूपये की नगदी, 81.310 ग्राम सोना व सोना बेचकर खरीदी गई एक स्वीफ्ट कार, एक बाइक व तीन देसी पिस्तौल बरामद की है। डीएसपी ने बताया कि पांचो आरोपियों की रिमांड की अवधी पूरी होने पर सोमवार को अदालत मे पेश करके कुछ आरोपियों को दोबारा से रिमांड पर लिया गया है। वहीं डीएसपी सतीश वत्स ने बताया कि इस ब्लाइंड वारदात के लिए डीजीपी साहब ने दो लाख रूपये ईनाम की राशि रखी हुई थी। इस मौके पर सीआईए थ्री के इंचार्ज अनिल छिल्लर व उनकी टीम मौजूद रही।