प्रदेश सरकार की ओर से गरीबों के लिए आए राशन को डीलरों ने डकारा

  • आधारकार्ड किसी का मोबाइल नम्बर किसी का लेकर किया राशन घोटाला
  • अलग-अलग नाम से 4 दुकाने लेकर कर रहा था राशन की कालाबाजारी

विकास शर्मा@ गाजियाबाद। कोरोना काल में राशन डीलरों का एक बड़ा घोटाले उजागर हुआ है। राशन डीलर बहुत ही शातिराना तरीके से कोरोनाकाल में सरकार की ओर से गरीबों के लिए आया राशन को डकार गया। इस मामले में स्थानीय सैकड़ो लोगों ने राशन डीलर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के दौरान प्रदेश सरकार ने गरीबों के लिए आधार कार्ड से फ्री राशन की व्यवस्था की थी। लेकिन खोड़ा में किसी गरीब को राशन नही मिला। जबकि राशन डीलर ने लोगों से कहा की अभी उनके पास सरकार की तरफ से कोई राशन नही आया है। राशन डीलरों ने बहुत ही शातिराना तरीके से यह दिखाया की उन्होंने आॅन रिकॉर्ड गरीबों को राशन मुहैया करवाया है। जबकि गरीबों के लिए आए राशन की कालाबाजारी कर राशन डीलर ने लाखों करोड़ों के वारे न्यारा कर दिए। राशन दीलरो ने पहले आम जनता के आधार कार्ड लिए और फिर अपने परिचितों के मोबाइल नंबर पर ओटीपी भेजकर सरकारी रिर्काड में दिया कि उन्होने गरीबों को राशन वितरित कर दिया है। जबकि राशन डीलरों ने आधार कार्ड किसी का मोबाइल नम्बर किसी का लेकर पूरे घोटाले को अंजाम दिया। खोड़ा में सैकड़ों की तादात में लोग शिकायत कर रहे है। जिनका मोबाइल नम्बर पर ओटीपी भेजा गया और उन्होंने यह ओटीपो राशन दीलरो को भेज दिया था, लेकिन उन्हें आजतक राशन नहीं मिला। राशन का सबसे ज्यादा घोटाला चेतना राशन डीलर दीवान सिंह, नेगी राशन डीलर भोपाल सिंह रावत, राशन डीलर कुसुम लता समेत सभी राशन डीलरो ने इस घोटाले को अंजाम दिया।

पति को कोटा निरस्त होने के बाद पत्नि को मिला राशन कोटा
खोड़ा में राशन डीलरो की अंधेर गर्दी किस हद तक हावी है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की पूर्व में एक राशन डीलर की दुकान को निरस्त कर दिया था। लेकिन राशन डीलर ने अपनी पत्नी के नाम पर राशन का कोटा ले लिया। जो कि पूरी तरह से गैर कानूनी है। जनकारी मिल रही है की इस राशन डीलर ने खोड़ा में 4 दुकाने अलग-अलग नाम से ले रखी है। इस बारे में ड़ीएसओ से बात करने की कोशिश की गयीं लेकिन उन्होंने फोन नही उठाया।