IN8@जींद…पैक्स के कर्मचारियों पर धांधली का आरोप लगाने वाले किसानों ने सभी आरोपियों पर कार्रवाई न होने और उनके आड़े आने वाली समस्याओं से खफा होकर लघुसचिवालय के बाहर अर्धनग्न होकर कई घंटों तक धरना दिया। इस दौरान किसानों ने आठ माह से मामले में कोई ठोस कार्रवाई न होने और अलेवा पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट होकर गृहमंत्री अनिल विज के दरबार में पहुुंचने की चेतावनी दी। किसान मंगलवार को सुबह लघुसचिवालय में डीसी डॉ. आदित्य दहिया से मिलने पहुंचे। किंतु डीसी के कार्यालय में न होने पर ये किसान अर्धनग्न होकर लघुसचिवालय के बाहर धरने पर बैठ गये। इस मौके पर नगराधीश होशियार सिंह और उचाना डीएसपी जितेंद्र सिंह, एआर प्रवीन कादियान, जीएम जयप्रकाश, किसानों का दर्द सुनने के लिए पहुंचे।
किसानों ने साफ तौर पर कहा कि वे डीसी के सम्मुख ही अपनी बात रखेंगे। क्योंकि पिछले आठ महीनों से उनके साथ जो ठगी का खेल हुआ है, उसमें कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही हैं। लंबी कशमकश के बाद किसान इन अधिकारियों के आश्वासन से संतुष्ट नहीं हुए। इन किसानों ने मामले पर लीपापोती के आरोप लगाते हुए कहा कि अब वे गृहमंत्री अनिल विज के दरबार में पहुंचेंगे। किसान बलजीत, रामकिशन, चांदीराम, छज्जू, रामफल, बीरा, जगपाल, पालाराम, रामफल शर्मा ने कहा कि संडील के किसानों के साथ पेगां पैक्स से जुड़े कर्मचारियों ने जो घालमेल किया है, उसमें अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई हैं। आठ महीने के बाद भी एसआईटी, एआर और जीएम कार्यालय द्वारा की गई जांच की कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई हैं। किसानों के साथ जांच के नाम पर केवल छलावा किया गया हैं।
चार आरोपियों में से मुख्य आरोपी पूर्व पैक्स प्रबंधक पुलिस की रहनुमाई के कारण गिरफ्तारी से बाहर हैं। यहीं नहीं, जब इस मामले में कार्रवाई के लिए थाना अलेवा जाते है तो उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया जाता हैं। अलेवा थाना प्रभारी का तबादला करने के साथ-साथ मामले की जांच किसी ओर अधिकारी को सौंपी जाएं। इस पर डीएसपी जितेंद्र सिंह ने कहा कि मामले की जांच किसी दूसरे अधिकारी को देते हुए निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी। किसानों ने कहा कि पेगां पैक्स में किसानों को ना तो कोई नो ड्यूज दिया जा रहा और ना ही कोई खाद। इसलिए यदि उन्हें न्याय नहीं मिला तो वे मजबूरीवश कोई बड़ा कदम उठाने को मजबूर होंगे।