अवैध शराब पर लगाए रोक नहीं तो कार्रवाई के लिए तैयार रहें इंस्पेक्टर: राकेश कुमार सिंह

-आबकारी अधिकारी ने निरीक्षकों के साथ बैठक कर दिए कार्रवाई में तेजी लाने के निर्देश
-शराब माफिया की कमर तोडऩे में पुलिस से दस कदम आगे आबकारी विभाग

गाजियाबाद। शहर हो या देहात क्षेत्र अवैध शराब के अड्डों को पूरी तरह समाप्त करने के लिए कार्ययोजना तैयार कर कार्रवाई की जाए। आबकारी निरीक्षक लगातार छापेमारी करें और शराब बेचने वालों पर सख्त कार्रवाई करें। जिस क्षेत्र में अवैध शराब बनती और बिक्री होती पाई गई, तो संबंधित आबकारी निरीक्षक को जिम्मेदार मानते हुए सख्त कार्रवाई की जाएगी। शासन द्वारा चलाए जा रहे विशेष प्रवर्तन अभियान के तहत सभी आबकारी निरीक्षक सख्ती से कार्रवाई करें। ओवर रेटिंग की शिकायतों के निस्तारण के लिए विक्रेता के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई करें। कार्य में लापरवाही बिल्कुल भी बर्दाश्त नही किया जाएगा। उक्त बातें सोमवार को जिला आबकारी अधिकारी आबकारी निरीक्षकों के साथ बैठक के दौरान कहीं। जनपद में शराब तस्करों के खिलाफ मुहिम को धार देने के लिए आबकारी विभाग ने कमर कस ली है। इसी क्रम में जिला आबकारी अधिकारी ने मातहतों के साथ महत्वपूर्ण बैठक कर जरूरी बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया।

जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने आबकारी निरीक्षक हिम्मत सिंह, त्रिवेणी प्रसाद मौर्य, मनोज शर्मा, अखिलेश बिहारी वर्मा, राकेश त्रिपाठी, अनुज वर्मा के साथ बैठक करते हुए कहा कि जनपद में अवैध शराब के निर्माण, परिवहन एवं बिक्री की रोकथाम के लिए आबकारी विभाग निरंतर प्रयासरत हैं। उन्होंने जहां राजस्व वसूली संतोषजनक मिलने पर आबकारी निरीक्षकों की पीठ थपथपाई। इसके अलावा शराब तस्करी पर कार्रवाई से वह असंतुष्ट नजर आए। उन्होंने कहा कि शराब तस्करों के खिलाफ पूरी ताकत के साथ कार्रवाई की जाए। किसी भी तस्कर को बख्शने की जरूरत नहीं है। इसके अतिरिक्त शराब की दुकानों पर ओवर रेटिंग की शिकायत न मिले। यदि ऐसा पाया जाता है तो संबंधित आबकारी निरीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

अवैध शराब का धंधा पूरी तरह से बंद कराया जाए। जो लोग इस धंधे में लिप्त हैं उन्हें जागरूक करते हुए नए रोजगार से जोड़ा जाए। जिससे अवैध शराब का कारोबार पूर्ण रुप से समाप्त किया जा सकेंं। जब लोगों में जागरूकता आएगी तो अवैध शराब का कारोबार खुद समाप्त हो जाएगा। ऐसे लोग अगर न समझें तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जाए, लेकिन किसी भी कीमत पर यह अड्डे समाप्त कराए जाएं। शराब की दुकानों पर मौजूद शराब स्टाक के बार कोड व क्यूआर कोड की सूक्ष्मता एवं सतर्कता पूर्वक नियमित जांच भी की जाए। जिससे नकली शराब बिक्री भी रोक लगाई जा सके। साथ ही दुकानों पर मौजूद स्टॉक रजिस्टर की प्रतिदिन जांच की जाए।

उन्होंने कहा शराब के उठान एवं गंतव्य तक पहुंचने के अनुश्रवण की पूरी जिम्मेदारी विभाग की होती है, इसलिए वे शराब के उठान आदि पर अपनी नजर रखें। साथ ही शराब की दुकान पर लगे सीसीटीवी कैमरा की नियमित रुप से जांच की जाए। अवैध शराब के धंधेबाजों पर की कमर तोडऩे के लिए जिला आबकारी अधिकारी द्वारा तैयार की गई रणनीति तस्करों से दस कदम आगे चल रही है। शराब माफियाओं को पकडऩे के लिए जितनी जिम्मेदारी आबकारी विभाग की है। उतनी ही पुलिस की भी है। मगर शराब का अवैध काम करने वालों को पकडऩे की जिम्मेदारी पुलिस के अधिकारी समझ नहीं पा रहे हंै।  जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि अवैध शराब का कारोबार खत्म करने के लिए आबकारी निरीक्षकों को मुख्य मार्गों पर चेकिंग का दायरा बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। शराब तस्करी की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों और मार्गों पर पैनी नजर रखी जाएगी ताकि तस्करों पर शिकंजा कसा जा सके। इसके साथ ही लोनी, ट्रोनिका सिटी, खोड़ा, कौशाम्बी, इंदिरापुरम, लिंक रोड, साहिबाबाद, टीला मोड़, शालीमार गार्डन, नंदग्राम, मधुबन-बापूधाम, कवि नगर, विजय नगर, मुरादनगर, मोदीनगर आदि सभी थाना क्षेत्रों में आबकारी निरीक्षकों की लगातार चेकिंग एवं छापेमारी की कार्रवाई कर रही है।