IN8@गुरुग्राम….. हिसार में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का शांति पूर्वक तरीके से विरोध कर रहे किसानों पर सरकार के इशारे पर हरियाणा पुलिस द्वारा बर्बरतापूर्ण तरीके से लाठीचार्ज और आंसू गैस का प्रयोग किए जाने के विरोध में कांग्रेस ने प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से महामहिम राज्यपाल के नाम मंगलवार को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपने के दौरान प्रदेश के पूर्व मत्री सुखबीर कटारिया, व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश चेयरमैन पंकज डाबर, ओबीसी सैल के राष्ट्रीय महासचिव राहुल यादव, इंद्र सिंह सैनी, कार्यालय प्रभारी अशोक भास्कर, अशोक टांक आदि ने कहा कि भाजपा-जजपा सरकार ने वैसे तो कोरोना महामारी को लेकर प्रदेश में लॉकडाऊन व धारा 144 लगाई हुई है परंतु प्रदेश के मुखिया ही स्वंय कानून की धज्जियां उड़ा रहें हैं।
अगर प्रदेश का मुख्यमंत्री ही कानून के खिलाफ कार्य करेंगे तो प्रदेश की जनता को कोविड के नियमों की पालना के लिए कैसे बाध्य करेंगे। उन्होंने कहा कि देश का किसान पिछले 6 महीनें से भी अधिक समय से मोदी सरकार द्वारा थोपे गए कृषि विरोधी तीन काले कानूनों के विरोध में शांतिपूर्ण तरीके से लगातार संघर्ष कर रहा है, परंतु हमारे अन्नदाता की आवाज न तो केन्द्र की सरकार सुन रही है और न ही हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार। हरियाणा का किसान अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है और परेशान है, ऐसे में स्वभाविक है कि प्रदेश के किसान ने अपनी आवाज सरकार की कानों तक पहुंचाने के लिए 16 मई को हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर का शांतिपूर्ण तरीके से विरोध किया। परंतु प्रदेश की तानाशाही सरकार के इशारे पर हरियाणा पुलिस द्वारा किसानों पर बर्बरतापूर्ण तरीके से लाठीचार्ज और आंसू गैस का प्रयोग किया गया जिसमें सैंकड़ों किसानों एवं महिलाओं को गंभीर चोटें आई हैं।