क्राइम रिव्यू मीटिंग के संबंध में जानकारी देते हुए पुलिस महानिरीक्षक रोहतक रेंज, रोहतक, ममता सिंह आईपीएस

थाना में आए प्रत्येक व्यक्ति के साथ किया जाए सम्मानजनक व्यवहार, उसकी शिकायत को ध्यान से सुनते हुए की जाए निष्पक्ष एवं न्यायोचित कार्रवाई: ममता सिंह आईपीएस, आईजी रोहतक रेंज

झज्जर : पुलिस महानिरीक्षक रोहतक रेंज, रोहतक ममता सिंह आईपीएस ने बृहस्पतिवार 10 मार्च को झज्जर का भ्रमण किया। झज्जर पहुंचने पर पुलिस महानिरीक्षक ममता सिंह को पुलिस लाइन झज्जर पहुंचने पर पुलिस के जवानों द्वारा सम्मान स्वरूप सलामी पेश की गई। पुलिस लाइन में कैंटीन, रिहायशी क्वार्टर्स का उद्घाटन तथा डीएवी पुलिस पब्लिक स्कूल का निरीक्षण करने उपरांत लघु सचिवालय झज्जर में स्थित पुलिस अधीक्षक कार्यालय में उन्होंने झज्जर के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में अपराध, कानून एवं व्यवस्था व अन्य मुद्दों से संबंधित विषयों की समीक्षा की गई। इस अवसर पर बैठक में श्रीमती ममता सिंह आईपीएस, आईजीपी रोहतक रेंज रोहतक की मुख्य मौजूदगी में पुलिस अधीक्षक झज्जर श्री वसीम अकरम, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक झज्जर श्री विक्रांत भूषण, श्री अमित यशवर्धन व श्रीमती भारती डबास, डीएसपी मुख्यालय झज्जर रणबीर सिंह, डीएसपी झज्जर राहुल देव, डीएसपी बहादुरगढ़ पवन कुमार, नरसिंह, जिला के सभी थाना प्रबंधक, सीआईए प्रभारी व अन्य पुलिस अधिकारी/कर्मचारी मौजूद रहे है।

मीटिंग में सर्वप्रथम पुलिस अधीक्षक श्री वसीम अकरम द्वारा जिला की भौगोलिक परिस्थितियों, थाना व चौकियों तथा मुख्य मार्गों के संबंध में पुलिस महानिरीक्षक महोदया को विस्तृत जानकारी देते हुए अवगत कराया गया। मीटिंग के दौरान अनेक विषयों तथा आपराधिक आंकड़ों की तुलनात्मक समीक्षा करते हुए पुलिस के उच्च अधिकारियों द्वारा विस्तृत विचार विमर्श किया गया। जिनमें तुलनात्मक आपराधिक आंकड़ों के साथ-साथ स्थानीय एवं विशेष प्रावधानों के तहत आपराधिक गतिविधियों की रोकथाम करना, लंबित शिकायतों का जल्द से जल्द निपटारा, उदघोषित अपराधी, बेल जंपर, मोस्ट वांटेड तथा आपराधिक गिरोह में शामिल दोषियों की धरपकड़ के लिए की गई कार्यवाही, मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त दोषियों की संपत्ति को अटैच करने की कार्रवाई, शस्त्र लाइसेंसों का विश्लेषण, पासपोर्ट एवं शस्त्र लाइसेंस वेरिफिकेशन की कार्यवाही, दर्ज आपराधिक मामलों की जांच पड़ताल की कार्यवाही, चिन्हित अपराधों की रोकथाम के लिए निगरानी, मादक एवं नशीले पदार्थों, जुआ सट्टा, अवैध शराब की तस्करी तथा अवैध असलाह को पकड़ने के लिए चलाए गए विशेष अभियान के दौरान की गई कार्यवाही की समीक्षा, क्षेत्र में शांति एवं कानून व्यवस्था के हालात की समीक्षा, अपराध की दृष्टि से संवेदनशील एरिया में पुलिस की मौजूदगी एवं निगरानी इत्यादि विषयों की समीक्षा करते हुए विस्तार पूर्वक चर्चा की गई।

पुलिस महानिरीक्षक ममता सिंह ने बैठक में मौजूद पुलिस अधिकारियो को संबोधित करते हुए कहा कि संगीन किस्म के अपराधों से जुड़ी शिकायतों की गहनता से जांच करके त्वरित कार्रवाई की जाए। इसके अलावा नशा तस्करी के अवैध धंधे पर अंकुश लगाने व नशाखोरी का अवैध कार्य करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में जाए। उन्होंने जिला के मोस्टवांटेड, उद्घोषित अपराधियों, बेल जम्परों व पैरोल जम्पर अपराधियों को पकड़ने के लिए गम्भीरता से कार्यवाही करने के निर्देश दिए। अपराधों की रोकथाम, शांति एवं कानून व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने के लिए किए गए प्रबंधों की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि सभी पुलिस अधिकारी व थाना प्रबन्धक अपने-अपने क्षेत्र में मोजिज व्यक्तियों से संपर्क, निगरानी व सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध सुनिश्चित करें, ताकि कानून व्यवस्था एवं शांति बनी रहे। उन्होंने अपराधिक मामलों जैसे आर्म्स एक्ट व एनडीपीएस एक्ट व जघन्य किस्म के दर्ज केसों का गहनता से अनुसंधान करने व केस की तह तक जाने के निर्देश दिए। ताकि अपराधियों के नेटवर्क का पता चल सके व प्रभावी कार्रवाई कर अपराध की पुनरावृति को रोका जा सके। उन्होने महिलाओ के विरुद्ध अपराधों की शिकायत पर त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

अपराध समीक्षा मीटिंग के दौरान उन्होंने सभी थाना प्रबंधको को निर्देश देते हुए कहा कि थाना में आए प्रत्येक व्यक्ति के साथ सम्मान पूर्वक व्यवहार किया जाए। थाने में आने वाले हर व्यक्ति की सुनवाई हो और उसकी शिकायत पर तुरंत निष्पक्ष एवं न्यायोचित कार्यवाही की जाए। पुराने मोबाइल खरीदने में बेचने वालों को रिकॉर्ड रखने के के संबंध में जरूरी दिशा निर्देश दिए गए। धोखाधड़ी, आर्थिक अपराध व अन्य अपराधिक मामलों की जांच पड़ताल अथवा सरकारी कार्य में जानबूझकर बाधा या रुकावट डालने वाले व्यक्तियों के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही की जाए। थाना स्तर पर वांछित अति वांछित अपराधियों, पीओ व बेल जंपर को पकड़ने के लिए विशेष टीमों का गठन किया जाए। पीओ अथवा मोस्ट वांटेड को पकड़ने वाली पुलिस टीम को उचित इनाम देकर सम्मानित किया जाए।