पीड़ित पक्ष को झूठे मुकदमे में जेल भेजने की धमकी, ऑडियो वायरल
अतुल सिंघल@ चैसाना। चैसाना रिपोर्टिंग पुलिस चैकी के एक दरोगा की दबंगई सामने आई है। चैकी का दरोगा पीड़ित पक्ष के लोगों को फैसला करने का दबाव बना रहा है। वायरल ऑडियो में सिरफिरा दरोगा जमकर गाली-गलौज कर रहा है जबकि पीड़ित दरोगा के सामने गिड़गिड़ा रहा है। एक और जहां प्रदेश की बीजेपी सरकार सुशासन देने का प्रयास कर रही है वहीं इस तरह की कार्यशैली के अधिकारी सरकार की उम्मीदों को मिट्टी में मिलाने का काम कर रहे हैं। हालांकि अभी तक इस सिरफिरे दोनों का पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
झिंझाना थाना क्षेत्र के चैकी थाना चैकी पर तैनात एक दरोगा का ऑडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। बताया जाता है कि ऑडियो लाव्वा दाउदपुर गांव में मारपीट दो पक्षों में मारपीट से संबंधित है। ऑडियो में दरोंगा पीड़ित पक्ष से पूछता है कि आप कहां हो, पीड़ित पक्ष मुजफ्फरनगर जाने की बात कहता है, जिस पर दरोगा आग बबूला हो जाता है और जमकर गाली गलौज करता है जबकि पीड़ित दरोगा जी को बाबूजी बाबूजी करके पुकारता है।
दरोगा इतना आग बबूला हो जाता है कि पीड़ित पक्ष के लोगों को झूठे ही मुकदमे में जेल भेजने की धमकी देता है। बताते हैं कि फैसला करने पर पीड़ित पक्ष को झूठे मुकदमे में जेल भेजने की धमकी दी जा रही है। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद बीजेपी सरकार इन उम्मीदों के साथ आई थी कि लोगों को सुशासन मिलेगा जिसके लिए सरकार ने भरसक प्रयास किए और प्रदेश भर में जमकर एनकाउंटर हुए ताकि लोगों में भय का वातावरण समाप्त हो जाए। इसका फायदा उठाते हुए इस तरह के दरोगा प्रदेश की कार्य प्रदेश सरकार की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा रहे हैं और जनता में सरकार के विरुद्ध एक अनैतिक मैसेज प्रसारित करने का काम कर रहे हैं जिससे सरकार की बदनामी हो उन लोगों में सरकार के प्रति अविश्वास की भावना पैदा हो। सोशल मीडिया पर ऑडियो वायरल होने के बाद चैसाना पुलिस अपना बचाव कर रही है और दो पक्षों का आपसी मारपीट का मामला बता रही है जिसमें एक पक्ष के लोगों को शांतिभंग में जेल भी भेजा जा चुका है। लेकिन सब जानते हैं शांति भंग में जेल भेजा गया था तो गाली गलौज झूठे मुकदमे में जेल भेजने की बात कहां से आई। दूसरी और उच्च अधिकारियों ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है।