होटल की आड़ में अवैध शराब का धंधा-बिना लाइसेंस दिल्ली दरबार चिकन प्वाइंट एवं एवन होटल में पिलाई जा रही थी शराब-लाइसेंसी शराब की दुकान से शराब खरीदकर ग्राहकों को दोगुने दामों में करते थे सप्लाई
प्रमोद शर्मा @ गाजियाबाद। जिले में अवैध शराब का कारोबार करने वालों के खिलाफ आबकारी विभाग ने एक बार फिर से कार्रवाई तेज कर दी है। साथ ही अब सोशल मीडिया भी अब आबकारी विभाग के लिए हथियार बन रहा है। कार्यालय में आने वाली शिकायत और फोन पर मिलने वाली सूचनाओं पर कार्रवाई तो कर ही रहा है। साथ ही सोशल मीडिया पर शराब तस्करी से संबंधित वायरल होने वाले वीडियो पर निगरानी कर रहा है। इन दिनों ट्विटर पर ज्यादा घमासान मचा हुआ है। जहां रोज कोई न कोई वीडियो डालकर आबकारी विभाग की टीम को घेरने का काम किया जा रहा है। लेकिन आबकारी विभाग की जांच में कुछ वीडियो तो सहीं निकलते है, जिन पर तत्काल कार्रवाई की जाती है तो कुछ वीडियो अनुज्ञापियों से रुपए ऐंठने के लिए दबाव बनाने का काम किया जाता है।
जिसमें वीडियो बनाने वाला व्यक्ति शराब पर ओवर रेटिंग की शिकायत कर आबकारी विभाग पर तो आरोप लगाता ही है, साथ ही अनुज्ञापी पर भी दबाव बनाने का प्रयास करता है। ऐसे ही एक वीडियो ट्विटर पर एक व्यक्ति द्वारा वायरल कर आबकारी विभाग पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया। विभाग ने तत्काल वीडियो की जांच की ओर कुछ घंटे बाद आबकारी विभाग की टीम ने वीडियो के आधार पर होटल पर चेकिंग कर अवैध रुप से शराब पिलाने वाले और शराब की तस्करी करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। जिले में अवैध शराब का कारोबार करने वाले माफिया का जड़ से खात्मा करने के लिए आबकारी विभाग की टीम हमेशा तत्पर रहती है।
जिस होटल पर आबकारी विभाग ने कार्रवाई की है, उस होटल से करीब 700 से 800 मीटर पर पुलिस चौकी है। जहां पुलिस ने कभी कार्रवाई करने की आज तक जहमत नही उठाई। लेकिन जब आबकारी विभाग की टीम का जैसे ही काफिला पहुंचा तो कार्रवाई का क्रेडिट लेने के लिए चौकी पुलिस मौके पर पहुंच गई। ऐसा ही एक मामला चुनावी सीजन में बृज विहार क्षेत्र में भी देखने को मिला था। प्रत्याशी के रिश्तेदार की कार में शराब की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर तो पहुंच गई। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। जैसे ही इसकी खबर आबकारी विभाग को मिली तो रात के करीब 3.30 बजे पहुंचकर कार को कब्जे में लेते हुए उक्त हरियाणा शराब से भरी पांच पेटियों को जब्त कर लिया। गाजियाबाद में शराब तस्करी करने वाले माफिया आज जेल में सलाखें गिन रहे है, या फिर शराब तस्करी के कारोबार से तौबा कर कुछ और कर रहे है।
उत्तर प्रदेश शासन एवं आबकारी आयुक्त, उ.प्र.के आदेश के क्रम में जिले में विशेष प्रवर्तन अभियान चलाया जा रहा है।जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि शनिवार को ट्विटर पर एक वीडियो वायरल हो रहा था। जिसमें वीडियो डालने वाले व्यक्ति ने भोवापुर स्थित दिल्ली दरबार चिकन प्वाइंट पर अवैध रुप से शराब पिलाने और शराब बेचने की बात कहीं। वीडियो का तत्काल संज्ञान लेते हुए आबकारी निरीक्षक त्रिभुवन सिंह ह्यांकी और आबकारी निरीक्षक राकेश त्रिपाठी की टीम गठित कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
टीम द्वारा रविवार देर रात थाना-कौशांबी पुलिस की संयुक्त टीम के साथ भोवापुर, कौशाम्बी स्थित रेस्टोरेंट एंव ढाबों पर दबिश, तलाशी की कार्यवाही की गई। दबिश के दौरान भोवापुर स्थित दिल्ली दरबार चिकन प्वाइंट एवं एवन होटल पर मन बहादुर पुत्र चन्द्र बहादुर निवासी भोवापुर कौशाम्बी एंव मोहम्मद इमरान पुत्र मोहम्मद साबिर निवासी भोवापुर कौशांबी को अवैध रुप से शराब पिलाते हुए और बेचते हुए गिरफ्तार किया गया। जिसके पास से 25 पौव्वा दिलखुश देशी शराब मसालेदार एवं 4 बोतल ग्रीन लेबल व्हिस्की यूपी मार्का बरामद किया गया। उक्त शराब को वह लाइसेंसी शराब की दुकान बंद होने के बाद दोगुने दामों में बेचता था। टीम द्वारा जब होटल पर शराब पिलाने का लाइसेंस मांगा गया तो वह दिखा नहीं सका।
साथ पूछताछ में पता चला कि वह लाइसेंसी शराब की दुकान से ही शाम शराब खरीदकर होटल में रख लेता था। रात होते होटल पर खाना खाने वाले लोगों को शराब बेचता था और पिलाने की भी व्यवस्था करता था। दोनों रेस्टोरेंट संचालकों के खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए कौशांबी थाने में मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया जिले में अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई के लिए टीम द्वारा लगातार चेकिंग एवं दबिश की कार्रवाई की जा रही है। साथ ही कार्यालय और फोन पर मिलने वाली शिकायतों पर भी तत्काल संज्ञान लिया जा रहा है। पिछले काफी समय पर ट्विटर वीडियो वायरल कर आबकारी विभाग पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया जाता है। जब उन वीडियो की जांच की जाती है तो कुछ वीडियो सहीं निकलते है, जिन पर विभाग द्वारा तत्काल कार्रवाई भी की जाती है और कुछ वीडियो फर्जी निकलते है।
जिसमें वीडियो बनाने वाला व्यक्ति ओवर रेटिंग के नाम पर लाइसेंसी को बदनाम करने का प्रयास करता है। आबकारी विभाग ने ओवर रेटिंग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई तो कर ही रहा है। साथ ही दुकानों पर लगे सीसीटीवी फुटेज की मदद से लाइसेंसी को बदनाम करने वालों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है।