IN8@ नई दिल्ली। दिल्ली गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष स. मनजिंदर सिंह सिरसा व महासचिव हरमीत सिंह कालका की अगुवाई में आज कमेटी के उच्च स्तरीय प्रतिनिधि मंडल ने 26 जनवरी के किसान गणतंत्र दिवस परेड के बाद गिरफ्तार किए गए 43 नौजवानों से मुलाकात की और ऐलान किया कि किसान संघर्ष के दौरान गिरफ्तार किए गए हर किसान का केस दिल्ली गुरूद्वारा कमेटी लड़ेगी।
इस सबंध में जानकारी देते हुए यहां रोहिणी अदालत के बाहर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कमेटी के अध्यक्ष स. मनजिंदर सिंह सिरसा व महासचिव हरमीत सिंह कालका ने बताया कि हमनें रोहिणी अदालत में सभी 43 नौजवानों से मुलाकात की है और सभी नौजवान चढ़दीकला में हैं । इनमें अजीत सिंह भी शामिल है जिस पर ज़ुल्म ढहाया गया। हमने इन सभी नौजवानों के वकालतनामें ले लिये हैं और दिल्ली गुरूद्वारा कमेटी इन सभी का केस स्वंय लड़ेगी और सब से पहली प्राथमिकता इन्हें ज़मानत दिलाने की होगीं। उन्होंने बताया कि इनके केसों की पैरवी के लिए दिल्ली गुरूद्वारा कमेटी ने वकीलों का एक विशेष पैनल बनाया है जिस में सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट के साथ-साथ स्थानीय अदालतों के वकील भी शामिल किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि हर अलग-अलग केस में हम अपने वकील अदालतों में केस लड़ने के लिए आगे रखेंगे तांकि अदालतों के सामने साबित हो सके कि यह नौजवान किसान हैं जो अपनी वाजिब मांगों के हक में संघर्ष करने के लिए दिल्ली आए हैं। स. सिरसा ने बताया कि उच्च अदालती स्तर के अलावा हर पुलिस स्टेशन के दायरे के हिसाब से भी वकीलों का पैनल बनाया गया है जिसका मुख्य मकसद किसान संघर्ष के दौरान गिरफ्तार किए गए हर नौजवान को इन्साफ दिलाना है। उन्होंने कहा कि कमेटी की पूरी टीम इन किसानों व नौजवानों की हिमायत में कार्य कर रही है व किसान संघर्ष के दौरान गिरफ्तार किए गए हर व्यक्ति को इन्साफ दिलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अदालत व कानूनी केसों के साथ-साथ हमनें इस संघर्ष में जख्मी हुए नौजवानों की शिनाख़्त के लिए एक टीम भी तैयार की है। इस टीम ने कल अस्पतालों का दौरा किया था इस दौरान केवल एक अस्पताल सैंट स्टीफन में एक हताहत नौजवान मिला था अन्य कोई भी नौजवान इस हालत में नहीं मिला।