शामली डीएम से मांगा ब्यौरा, हलफनामा दाखिल करने के भी दिए निर्देश
दीपक वर्मा@ कैराना। यमुना खादर के नंगलाराई में अवैध खनन पर एनजीटी ने संज्ञान लिया है। एनजीटी ने शामली डीएम से शीघ्रता से खनन से जुड़ी तीन महीनों की तथ्यात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत करने तथा हलफनामा दाखिल करने के निर्देश दिए हैं। इससे यमुना नदी से खनन करने वाले माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है।
शामली जनपद के कैराना तहसील क्षेत्र के गांव नंगलाराई यमुना खादर में शासन की ओर से पांच साल के लिए वैध बालू खनन पट्टा आवंटित किया गया है। जुलाई माह से पहले इस पट्टे पर खदान चल रहा था। पट्टाधारक पर वैध पट्टे की आड़ में कई पोर्कलेन मशीनों से अवैध खनन किए जाने के आरोप लगते रहे हैं। खनन माफियाओं द्वारा तमाम नियम-कायदों को ताक पर रखकर रात के अंधेरे में खनन करने और यमुना नदी पर सेतु बांधने की वीडियो भी वायरल हुई थी। यहां बड़े पैमाने पर खनन चल रहा था। नंगलाराई में अवैध खनन को लेकर किरणपाल राणा ने एनजीटी में शिकायत की थी।
इस मामले पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल प्रिंसिपल बैंच नई दिल्ली ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से संज्ञान लिया है। एनजीटी ने नंगलाराई खनन पर शामली जिला मसिजस्ट्रेट को आदेश जारी किए हैं कि वह खनन से जुड़ी तथ्यात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत करें। डीएम को शीघ्रता से हलफनामा दाखिल करने के भी निर्देश दिए गए हैं, ताकि आगे की सुनवाई शुरू की जा सकेे। उधर, नंगलाराई में अवैध खनन के मामले पर एनजीटी द्वारा संज्ञान लिए जाने के बाद यमुना से खनन करने वाले माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है।