सफर करने वाले यात्रियों की हुई जांच, कम ही संख्या में पहुंचे यात्री
शामली से लोनी व सहारनपुर के लिए रवाना हुई बस
दीपक वर्मा@ शामली। पिछले 69 दिनों से बंद पडी रोडवेज बसों की सेवाएं सोमवार से नियमों के साथ शुरू कर दी गयी। सुबह 8 बजे रोडवेज की बस को लोनी व सहारनपुर के लिए रवाना किया गया। इ दौरान शासन की गाइडलाइन के अनुसार सफर करने वाले प्रत्येक यात्री की थर्मल स्क्रीनिंग की गयी, साथ ही उन्हें मास्क व सैनेटाइजर का प्रयोग करने के भी निर्देश दिए गए। वहीं बसों के चालक व परिचालकों को भी मास्क व सैनेटाइजर का प्रयोग करने के कडे निर्देश दिए गए हैं, हालांकि इस दौरान सफर करने वालों की संख्या कम ही नजर आयी लेकिन बसों का संचालन शुरू हो जाने से यात्रियों के चेहरों पर राहत जरूर दिखाई दे रही है।
जानकारी के अनुसार देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते रोडवेज बसों व टेªनों का संचालन पूरी तरह रोक दिया गया था। शामली स्थित रोडवेज बस स्टैंड पर भी बसों के न चलने से सन्नाटा पसरा हुआ था।
हालांकि विभाग द्वारा समय-समय पर बसों को सैनेटाइज करने का काम किया जा रहा था। पिछले दिनों अन्य राज्यों से आए प्रवासी मजदूरों के लिए कुछ बसों को चलाने की अनुमति दी गयी थी लेकिन आम यात्रियों के लिए यह सुविधा पूरी तरह प्रतिबंधित थी। सोमवार से अनलाॅक-1 की शुरूआत होने पर पिछले 69 दिनों से बंद पडी रोडवेज की सेवाएं नियमों के साथ प्रारंभ कर दी गयी। रोडवेज बस स्टैंड से सुबह आठ बजे से लोनी-सहारनपुर, कैराना-बिजनौर, शामली-गंगोह-सहारनपुर, शामली-सहारनपुर व शामली-बडौत रुटों पर बसों का संचालन शुरू हुआ। इस दौरान शासन की गाइडलाइन का विशेष ध्यान रखा गया। बसों में सफर करने वाले प्रत्येक यात्री की बस स्टैंड पर थर्मल स्क्रीनिंग की गयी, साथ ही उन्हें मास्क व सैनेटाइजर का प्रयोग करने के भी निर्देश दिए। बसों में केवल 20-25 यात्रियों को ही सफर करने की अनुमति दी गयी जो बसों में भी सोशल डिस्टेंस का पालन करेंगे।
इस दौरान खडे होकर सफर करने की छूट नहीं है। वहीं रोडवेज के चालक व परिचालकों को भी मास्क व सैनेटाइजर का प्रयोग करना अनिवार्य होगा। बसों में सवार होने से पहले यात्रियों के लिए बैरिकेटिंग लगायी गयी थी ताकि यात्री उसमें से गुजर कर ही बसों में चढ सके। इस दौरान प्रत्येक यात्री की रजिस्टर में एंट्री दर्ज की गयी। हालांकि इस दौरान सफर करने वाले यात्रियों की संख्या कम ही रही लेकिन रोडवेज बसों का संचालन शुरू होने से उनके चेहरों पर राहत जरूरी दिखाई दी।