किसानों ने सेनानायक के नाम कुल दो बैनामे किए, उत्साहित दिखे किसान
दीपक वर्मा@ कैराना। गुज्जरपुर गांव में फायरिंग रेंज के लिए अधर में लटकी जमीनों की बैनामा प्रक्रिया पूर्ण हो गई है। किसानों ने बुधवार को पीएसी छठी वाहिनी मेरठ के सेनानायक के नाम कुल दो बैनामे कर दिए हैं। इससे पूर्व में पीएसी बटालियन के लिए भूमि के बैनामे मार्च में हो गए थे। इस दौरान किसान खासे उत्साहित नजर आए।
कैराना क्षेत्र के ऊंचागांव में पीएसी बटालियन और गुज्जरपुर गांव में फायरिंग रेंज की स्थापना होनी है। पिछले काफी समय से प्रस्तावित भूमि के बैनामे की प्रक्रिया चल रही थी। गत सात मार्च को शासन की ओर से नामित पीएसी छठी वाहिनी मेरठ के सेनानायक कुंवर अनुपम सिंह के नाम ऊंचागांव के 65 किसानों ने लगभग 24.8697 हेक्टेयर भूमि के पांच संयुक्त बैनामे किए थे। इसके कुछ ही दिन बाद लॉकडाउन लागू होने के कारण फायरिंग रेंज के लिए भूमि की बैनामा प्रक्रिया अधर में लटक गई थी। बुधवार को इसकी प्रक्रिया भी तहसील प्रशासन द्वारा पूर्ण कर ली गई है। प्रशासन ने बैनामा करने वाले सभी 22 किसानों को तहसील मुख्यालय पर बुलवाया। जहां पर राजस्व निरीक्षक सोहनपाल सिंह के नेतृत्व में राजस्व टीम द्वारा दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कराए गए। एसडीएम देवेंद्र सिंह व तहसीलदार प्रवीण कुमार ने भी दस्तावेजों का अवलोकन किया। इसके बाद उपनिबंधक कार्यालय पर पीएसी छठी वाहिनी मेरठ के सेनानायक कुंवर अनुपम सिंह तहसील मुख्यालय पर पहुंचे। सेनानायक ने उपनिबंधक कार्यालय में दस्तावेजों पर अपने हस्ताक्षर किए। इसके बाद किसानों द्वारा करीब 6.8565 हेक्टेयर भूमि के उनके नाम दो संयुक्त बैनामे कर दिए गए। बैनामे करने वालों में महिलाएं भी शामिल रही। किसानों ने जानकारी करने पर बताया कि उनके खातों में भूमि खरीद के लिए धनराशि भेजी जा चुकी है। इस दौरान किसानों में काफी उत्साह भी देखने को मिला।
सीएम योगी ने की थी घोषणा
भाजपा सांसद स्व. बाबू हुकुम सिंह ने वर्ष 2016 में कैराना और कांधला से पलायन का मुद्दा जोरशोर से उठाया था। उन्होंने तत्कालीन सपा सरकार की घेराबंदी थी। 2017 में प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद हुकुम सिंह ने कैराना-कांधला के मध्य पीएसी बटालियन की स्थापना की थी। इसी बीच हुकुम सिंह का निधन हो गया। इसके बाद रिक्त हुई लोकसभा सीट पर 2018 में हुए उपचुनाव के दौरान शामली में जनसभा करने पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीएसी बटालियन की स्थापना कराए जाने की घोषणा की थी।
किसानों ने स्टांप शुल्क में मांगी छूट
बैनामे के लिए पहुंचे किसानों ने सेनानायक से वार्ता की। उन्होंने बताया कि उनकी जमीन खरीद से पहले प्रशाासन द्वारा उन्हें आश्वस्त किया गया था कि उत्तर प्रदेश में वे जहां कहीं जमीन खरीदेंगे, तो उन पर स्टांप शुल्क नहीं लगेगा। लेकिन, किसानों को इसके लिए किसी भी सक्षम अधिकारी द्वारा कोई प्रमाण पत्र नहीं दिया गया है। उन्होंने स्टांप शुल्क में छूट के लिए प्रमाण पत्र दिलवाए जाने की मांग की। सेनानायक ने किसानों को आश्वासन दिया।