विशेष प्रवर्तन अभियान: ज्वाइंट ईआईबी यूपी के नेतृत्व में आगरा, मेरठ की टीम ने डासना टोल पर चलाया चेकिंग अभियान

गाजियाबाद। मोटा मुनाफा कमाने के लिए दिल्ली, हरियाणा, पंजाब व अरुणाचल राज्य से शराब तस्करी कर रहे माफिया पर नकेल कसने के लिए आबकारी विभाग ने कार्रवाई तेज कर दी है। आबकारी की लगातार कार्रवाई से शराब माफिया के होश उड़ने लगे हैं। यही वजह है कि इन शराब माफियाओं और आबकारी विभाग की टीम के बीच चोर-पुलिस का खेल शुरू हो गया है। त्योहारी सीजन शुरु होते ही कच्ची एवं अवैध शराब के माफिया जहां अवैध शराब के धंधे को जोर-शोर के साथ चलाने का प्रयास करते है तो वहीं आबकारी विभाग की टीम उनके ठिकानों पर समय रहते ध्वस्त कर देती है।
जिले में आबकारी विभाग की सख्ती के चलते अब हाईवे पर संचालित ढाबों, गलियों में चल रहे अवैध शराब की दुकानें अपने आप बंद होने लगी है। लक्ष्य प्राप्ति के साथ-साथ दिन दूगना रात चौगुना कमाई के फेर में शराब माफियाओं की अगली रणनीति क्या होगी यह तो अभी नहीं पता। लेकिन उनकी अगली रणनीति से पूर्व आबकारी विभाग माफिया पर शिकंजा कसने के लिए दस कदम आगे बढ़ाते हुए रोजाना नई-नई रणनीति तैयार कर रहा है।

विभिन्न रास्तों से शराब तस्कर जिले में प्रवेश करते रहे हैं। अवैध शराब की बिक्री से आबकारी विभाग को राजस्व का भी नुकसान उठाना पड़ता है। वर्तमान में शराब तस्करों का नेटवर्क तोड़ने के लिए विभाग मुस्तैदी से काम कर रहा है। इसके अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। आबकारी विभाग की कार्रवाई ने शराब तस्करों को करारी चोट पहुंचाई है। अवैध शराब के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष प्रवर्तन अभियान को धार देने के लिए मंगलवार को आबकारी विभाग की टीम के साथ ज्वाइंट आगरा, ईआईबी, मेरठ एवं गौतमबुद्ध नगर की टीमों ने हाईवे दिल्ली व हरियाणा से आने वाले सभी वाहनों को रोक कर चेक किया। हाईवे पर आबकारी विभाग की फौज को देखकर शराब तस्करों में भी हड़कंप मच गया। बस में अचानक चेकिंग होने से बैठे यात्री भी सख्ते में पड़ गए कि बस में क्या खोज कर रहे है। बस में कुछ नहीं मिलने पर आबकारी विभाग की टीम ने अवैध शराब के खिलाफ लोगों को जागरुक किया और उन्हें बाहरी राज्यों की शराब तस्करी न करने के लिए सचेत भी किया।

मंगलवार को संयुक्त आबकारी आयुक्त उत्तर प्रदेश जैनेन्द्र उपाध्याय के नेतृत्व में संयुक्त आबकारी आयुक्त मेरठ जोन सुनील कुमार मिश्रा, संयुक्त आबकारी आयुक्त आगरा जोन राजेश मणि त्रिपाठी, उप आबकारी आयुक्त मेरठ प्रभार आरके शर्मा, सहायक आबकारी आयुक्त ईआईबी विजय चौहान, सहायक आबकारी आयुक्त मेरठ प्रवर्तन बजरंग बहादुर सिंह एवं राजेश श्रीवास्तव, गाजियाबाद सहायक आबकारी आयुक्त राकेश कुमार सिंह एवं आबकारी निरीक्षक अखिलेश बिहारी वर्मा, राकेश त्रिपाठी, त्रिवेणी प्रसाद मौर्य, मनोज शर्मा, अभय दीप सिंह, अनुज वर्मा, गौतमबुद्ध नगर आबकारी निरीक्षक आशीष पाण्डेय की टीम ने ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे डासना टोल प्लाजा पर वाहनों को रोक कर चेकिंग की। चेकिंग के दौरान किसी भी वाहन में बाहरी राज्यों की शराब बरामद नहीं किया गया। इस दौरान वाहनों चालकों को अवैध शराब के खिलाफ जागरुक भी किया और बाहरी राज्यों की शराब तस्करी न करने के लिए चेतावनी भी दी। इसके अलावा शराब की दुकानों पर गुप्त टेस्ट परचेजिंग भी कराई, जहां किसी भी प्रकार की अनियमितता नहीं पाई गई। शराब विक्रेताओं को निर्धारित रेट पर शराब बिक्री और ज्यादा से ज्यादा ऑनलाइन पेमेंट लेने के निर्देश दिए। जिससे ओवर रेटिंग की शिकायत पर रोक लग सकें। इस दौरान टीम द्वारा शराब की दुकानों के आसपास मौजूद कैंटीन, चाय एवं नमकीन की दुकानों पर भी चेकिंग की गई।

जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया जिले में अवैध शराब के खिलाफ विशेष प्रवर्तन अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत मंगलवार को ईआईबी संयुक्त आबकारी आयुक्त जैनेन्द्र उपाध्याय के नेतृत्व में अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाया गया। इस दौरान लोगों को अवैध शराब के खिलाफ जागरूक भी किया गया। मुख्य मार्गों पर भी चेकिंग का दायरा बढ़ाते हुए शराब माफिया के संभावित ठिकानों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। दिल्ली-मेरठ रोड पर संदिग्ध होटल एवं ढाबों को चेक किया जा रहा है। इसके अलावा दिल्ली-लोनी बॉर्डर, वजीराबाद बॉर्डर, ज्ञानी बॉर्डर, आनंद विहार व यूपी गेट पर चेकिंग बढ़ा दी गई है। अवैध शराब की बिक्री रोकने के पूरे प्रयास किये जा रहे है। चेकिंग के दौरान किसी भी प्रकार की अवैध शराब बरामद नहीं किया गया। आबकारी विभाग की टीम दिन-रात अलर्ट मोड पर है। कहीं सूचना मिलने के साथ तत्काल कार्रवाई की जा रही है। जिले में किसी भी कीमत पर अवैध शराब का कारोबार नहीं होने दिया जाएगा। साथ लोगों को अवैध शराब के विरुद्ध जागरूक भी किया जा रहा है और आबकारी विभाग का टोल फ्री नंबर  14405 तथा गाजियाबाद आबकारी विभाग के कंट्रोल रुम नंबर 7065011003 नोट कराए गए। जिससे कहीं भी अवैध शराब की सूचना मिलने पर आबकारी विभाग को सूचित कर सकें।