नई दिल्ली – देश की राजधानी दिल्ली में एक ऐसा गिरोह सक्रिय है जो छोटी नाबालिक बच्चों को बहला-फुसलाकर गलत कामों में उन्हें धकेलने को मजबूर करता है। ऐसा ही एक मामला मध्य जिला के थाना नबी करीम इलाके का सामने आया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक 10 वीं क्लास में पढ़ने वाली छात्रा जब ट्यूशन से घर वापिस आ रही थी। तभी दो महिलाये दोनों नाबालिकों बच्चियों को रोककर लालच देकर गलत काम करने के लिए मजबूर करने लगी। पहले तो लड़की ने इस बात के बारे में घर पर नही बताया।
लेकिन जब रोज उसे इस बात के लिए तंग किया जाने लगा तो उसने इस पूरी घटना को अपनी माँ को बताया। जिसके बाद बच्ची की माँ स्पा में गई तो देखा कि वहा अन्य लड़कियों से गलत काम कराया जा रहा था।
वहीं पर बेटियों की माँ ने पी सी आर को फोन किया और इस मामले को लेकर थाने गई। पीडित बच्चियों की माँ उस महिला का आरोप है शाम 6 बजे से लेकर उसे थाने में सुबह 5 बजे तक रहना पड़ा। जबकि पुलिस मैन्युअल के हिसाब से किसी महिला अथवा बच्चों को रात में थाने में नहीं बिठाया जा सकता है। रात से दिन निकल आया लेकिन तब भी थाना नबी करीम के थानाध्यक्ष अशोक कुमार के निर्देश पर पुलिस ने शिकायत दर्ज नही की।
अब महिला इंसाफ के लिए दर दर भटक रही है। यह घटना 21 मई की है 6 दिन बीत जाने के बाद भी मामला दर्ज नही किया गया है। महिला ने पुलिस पर कई गम्भीर आरोप भी लगाए और महिला को डरा कर घर भेज दिया है। अब नबी करीम थाना पुलिस एफ आई आर दर्ज़ करने की बजाय उन पर ही शिकायत वापस लेने का दवाब बना रही है।
गौरतलब है कि दिल्ली में बहुत से ऐसे गिरोह सक्रिय है जो नाबालिक लड़कियों को बहला फुसला ओर लालच देकर उन्हें गलत कामो में धकेल रहे है। अब उस बच्ची की माँ इंसाफ के लिए भटक रही है। पुलिस कंट्रोल रूम में भी शिकायत दर्ज़ है लेकिन नबी करीम थानाध्यक्ष को स्पा और वैश्यालयों से मिलने वाली कमाई ज्यादा पसंद है तभी वह कार्रवाई करने से बच रहे हैं।
ज्ञात हो कि नबी करीम थाने के अंतर्गत सट्टा, वैश्यावृति, जुआ और होटलों में डांस पार्लर पहले भी चलते रहे हैं और इस घटना से एक बार सच फिर सामने आया की अब भी स्थानीय पुलिस के संरक्षण में यह घिनौना कार्य जारी है, डी० सी० पी० और रेंज के संयुक्त आयुक्त का इस ओर ध्यान न जाना संदेह को जन्म देता है। अब देखना होगा की महिला और उन बच्चियों को न्याय कब मिलेगा?