18 वर्षीय युवक और 35 वर्षीय व्यक्ति ने फांसी लगाकर की आत्महत्या

प्रमोद शर्मा @ गाजियाबाद। दिल्ली से गाजियाबाद जिले में शनिवार सुबह दो लोगों ने फांसी का फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नही हुआ है। घटना में एक 18 वर्षीय युवक है तो दूसरा 35 वर्षीय शख्स है। दोनों ने ही अपने घर के एक कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। शुरुआती जांच में आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पहली घटना नंदग्राम ई-ब्लॉक क्षेत्र की है। अपनी बुजुर्ग मां के साथ रहने वाले मनीष (35) ने शुक्रवार शाम पांच बजे से ही खुद को कमरे में बंद कर रखा था। इसके चलते मां को भी गैलरी में सोना पड़ा। शनिवार सुबह पड़ोसियों ने खिड़की से झांककर देखा तो अंदर मनीष फंदे से लटका मिला। सिहानीगेट थाना प्रभारी दलीप सिंह बिष्ट ने बताया कि मनीष की पत्नी की चार साल पूर्व मौत हो चुकी है और उसकी एक बेटी मामा के घर रहती है। मनीष गाड़ी चलाता था और पिछले कुछ दिनों से उसके पास काम नहीं था। परिवार में सिर्फ बुजुर्ग मां ही है। मृतिकर की मां के अनुसार मनीष अक्सर गुस्से में खुद को कमरे में बंद कर लेता था और नशे का आदी था। इसलिए शाम को जब उसने गेट नहीं खोला तो वह गैलरी में सो गईं। कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। वहीं दूसरी घटना पुराना विजयनगर क्षेत्र की जहां 18 वर्षीय अतुल पुत्र बिजेन्द्र सिंह का शव घर के एक कमरे में फंदे से लटका मिला। विजयनगर थाना प्रभारी राजीव कुमार ने बताया कि घटना की जानकारी शनिवार सुबह साढ़े सात बजे मिली। कमरा तोड़कर शव को बाहर निकालने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। स्वजनों से पूछताछ में पता चला है कि उसने पढ़ाई छोड़ रखी थी। सुसाइड नोट आदि नहीं मिला है। अतुल दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करता था। फिलहाल शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। आत्महत्या के कारणों की पड़ताल की जा रही है।