IN8@बहादुरगढ़…… बहादुरगढ में जूता बनाने वाली कंपनियों से निकलने वाले कचरे को सरेआम जलाया जा रहा है जिससे बहादुरगढ़ के आसपास के ग्रामीण क्षेत्र में सांस फूलने, दमे और कैंसर के रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पिछले कई दिनों से बहादुरगढ़ में आंखों में जलन और प्लास्टिक के कचरे से निकलने वाले जहरीले धुएं की बदबू बढ़ती ही जा रही है। जहां स्मॉग के चलते लोगों का सांस लेना दूभर हो रहा है तो वहीं दूसरी ओर गांव सांखोल के बराही रोड पर खुले में पड़े फैक्टरियों के वेस्ट को आग के हवाले किया जा रहा है। जिससे यहां रहने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
खाली पड़ी जमीन पर कई-कई दिन तक पड़ा रहने वाला फैक्टरियों का वेस्ट जहां स्वच्छता अभियान को ठेंगा दिखा रहा है तो इसमें आग लगाने से जहरीला धुआं लोगों को बीमार भी कर रहा है। पिछले कई दिनों से दमघोंटू जहरीली हवा से लोग पहले ही परेशान हैं तो दूसरी ओर गांव सांखोल में इस परेशानी को और बढ़ावा दिया जा रहा है। फैक्ट्रियों से निकलने वाला वेस्ट सांखोल गांव के बराही रोड पर खाली पड़ी जमीन पर एकत्रित किया जाता है लेकिन इसे उठाने की बजाय उसे आग के हवाले किया जा रहा है। दिनभर यहां कूड़े से धुआं उठता रहता है जिससे आसपास का वातावरण भी प्रदूषित हो रहा है। ऐसा नहीं है कि अधिकारियों को इसका पता नहीं, लेकिन उनके संज्ञान में आने के बाद भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।