वैज्ञानिक की तर्ज पर कामयाब होने के चलते एक बार फिर बुलंदशहर का नाम रोशन कर रही है ठाकुर करिश्मा सिंह


सुरेन्द्र भाटी@बुलंदशहर कहते है ज्ञान के सागर की गहराई को आज तक कोई नही नाप पाया है , इसी का एक उदाहरण बुलंदशहर की जाबाज ओर होनहार छात्रा करिश्मा ने कर दिखाया है । जिनका यूजीसी दुआरा विश्वविद्यालय अनुदान में आयोजित जेआरएफ परीक्षा के अपने होम साइंस विषय में टॉप हासिल करने में अग्रणी स्थान प्राप्त किया है ।

आपको बता दे यह परीक्षा एक प्रोफेसर /वैज्ञानिक के अधीन होती है ।छात्रा के मुताविक बताया गया कि फ़ूड साइंस टेक्नोलॉजी के अधीन देश के लिए कार्य करने का मौका प्राप्त हो रहा है । जिसके अन्तर्गरत आम तौर पर खाने पीने जैसी सामग्रियों पर एक गहन अध्ययन किये जाने के उपरांत क्या फायदे खाद्य सामग्री में मिलाने से होते है और किस कारण उस कमी को दूर किया जा सकता है ,आदि के टेस्टिंग ओर गहन अध्ययन के उपरांत खाद्य पदार्थो में शोधन करना आदि पाया जाता है ।

इस परीक्षा को पास करना भी एक बहुत कठिन परिश्रम के बराबर होना बताया जाता है ।
छत्रिय कुल में जन्मी करिश्मा ठाकुर को आरक्षण न मिलने के चलते भी इस मुकाम तक पहुचना सात समुन्दर पार जैसा सावित हुआ है जबकि अपने कठिन परिश्रम से परीक्षा को पास ही नही टॉप भी किया है ।

किन्तु कही न कही जनरल को आरक्षण न मिलने के कारण भी काफी मेहनती छात्रो को मौका नही मिल पाता है । आखिर क्यों सरकारी तंत्र में जनरल कोटे को आरक्षण नही मिल पाता यह बात आखिर कब तक देश के युवाओं में सरदर्द बनती रहेगी । इसका आकलन लगाना बेहद मुश्किल है , पता नही महनत की तराजू से जनरल को कब मिलेगी आज़ादी ओर क्यो किया जाता है जनरल को आरक्षण से वंचित क्या वो देश के युवा नही है । इस विषय पर सरकार को विचार करना चाहिए अन्यथा प्रतिवर्ष आरक्षण की आंधी में जनरल कोटे के विद्यार्थी डूबते रहेंगे ।

करिश्मा के पिता सुशील कुमार और माता सुनिता सिंह निवासी गॉव बालका जो वर्तमान में बुलंदशहर के धर्मेन्क्लेव रह रहे है की जानकारी के मुताविक वह एक मध्यम परिवार से है । ओर परिवार के दुआरा बेटी का शिक्षा स्तर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ से बीएससी बायोटेक प्रथम श्रेणी में पास की है । उसके बाद नोएडा के शारदा यूनिवर्सिटी से एम एस सी फ़ूड टेक्नोलॉजी से कर रही है ।जिसका परिणाम 1 दिसम्बर को घोषित किया गया था चयन हेतु पूरे देश से गवर्नमेंट सीट पर कुल 27 छात्र ही इस परीक्षा में पास हुए है ।

जिसमे बुलंदशहर की करिश्मा का भी सलेक्शन हो चुका है । आगे तीन वर्ष पीएचडी की तैयारी ओर है , जिसके चलते अग्रिम शिक्षा का सारा वहन भारत सरकार ही उठाएगी और 45 हजार रुपये प्रति माह करिश्मा को स्कॉलरशिप के रूप में भारत सरकार देगी भी ।हैरानी होगी कि इस छात्रा ने नेट ओर जेआरएफ दोनों एक ही बार मे पास करने में कामयाबी हासिल की है ।

वैज्ञानिक बनने के सपने के चलते छात्रा ने अपनी टीचर पी एच डी होल्डर डॉक्टर अंतिमा गुप्ता के साथ साथ माता पिता के दुआरा दिए गए दिशा निर्देश के सहयोग को दिया है ।फिलहाल माता पिता और एक भाई के साथ गॉवसियो ने कामयाबी की खुशी के चलते करिश्मा को बधाई देते हुए आगे भी कामयाब होने का आशीर्वाद दे रहे है ।