गंदे पानी की निकासी नही हुई तो किया जाएगा ग्राम प्रधान चुनाव का बहिष्कार

  • अधिकारियों से लेकर जिलाधिकारी तक कर चुके शिकायत
  • मजबूरी में गंदे पानी के बीच जीवन काटने को मजबूर है अनुसूचित के लोग


दीपक वर्मा@थानाभवन। अधिकारियों की अनदेखी का आलम देखिए, क्षेत्र के गांव हरड़ फतेहपुर में तालाब ओवरफ्लो होने के कारण करीब डेढ़ सौ लोग पिछले कई साल से गंदे पानी के बीच जीवन काट रहे हैं। पीड़ित ग्रामवासियों ने बताया कि गली में जल भराव की समस्या को लेकर उनका जीना दूभर हो गया है। घुटनो से नीचे गंदे पानी मे वे रोज चलने को मजबूर है जिससे वे तरह तरह की बीमारियों का शिकार हो रहे है। आरोप है कि कई बार इस समस्या को लेकर ग्राम प्रधान को भी अवगत कराया गया लेकिन परिणाम के नाम पर शून्य रहा। उनकी इस हालत को देखने वाला कोई नहीं। दरअसल यह लोग गांव की अनुसूचित बस्ती में रहते हैं। इसी बस्ती के बगल में गांव का तालाब है, जो गंदगी व गंदे पानी से लबालब भरा हुआ है। ओवरफ्लो होने के कारण तालाब में पानी की निकासी नहीं हो पा रही। इस हालत में गांव का जो भी पानी तालाब में आता है। वह ओवरफ्लो होकर गांव के अनुसूचित बस्ती में घुस जाता है। इस पानी से बस्ती के करीब डेढ़ सौ लोग बुरी तरह से प्रभावित हैं। लोगों का कहना है कि वह इस संबंध में स्थानीय अधिकारियों से लेकर जिलाधिकारी तक शिकायत कर चुके हैं। लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। ग्रामीणों ने कहा कि यदि उनकी समस्या का जल्द समाधान नहीं हुआ तो वह आने वाले पंचायत चुनाव का भी बहिष्कार करेंगे। पीड़ित राजवीर सिंह खजान सिंह बॉबी कुमार अनिल कुमार विशंभर,श्रीचंद,घसीटू आदि ने चेतावनी दी। अगर उनके गली के गंदे पानी का निदान नही किया गया तो प्रधान पद के चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा।