प्रमोद शर्मा @ दिल्ली : प्रेगनेंसी हर महिला के जीवन का सबसे सुखद समय माना जाता है। क्योंकि इसी गर्भावस्था के बाद ही नये मेहमान का आगमन होता है जिससे घर परिवार खुशियों से भर जाता है और आंगन किलकारियों से गूंज उठता है। परंतु कुछ निःसंतानता के कुछ ऐसे भी कारण होते है जिसकी वजह से ये सारी खुशियां ओझल हो जाती है।
वर्तमान समय में इस ओर इंसान ने जितनी अधिक सुख सुविधाएं हासिल की है वहीं पर उनकी जीवनशैली और खानपान बहुत ही बुरी तरह से प्रभावित हुआ है । जिसकी वजह से मानव शरीर के दोषों में असंतुलन पैदा हो गया है। शरीर में संतुलन खराब हो जाने से कई प्रकार की बीमारियां एवं विकार जन्म लेने लगते है। आयुर्वेद कहता है कि यदि इंसान का खानपान संतुलित नही है और जीवनशैली ठीक नही है तो वह हमेशा बीमारियों एवं दोषों से घिरा रहेगा।
भारत में बंद फैलोपियन ट्यूब की समस्या सबसे अधिक देखने को मिल रही है। यह एक प्रकार का महिला जननांग में होने वाला विकार है जो गर्भधारण में बहुत बड़ी समस्या पैदा करता है। आज के समय में अधिकांश शादीशुदा महिलाएं बंद फैलोपियन ट्यूब की शिकार हो रही है और बांझपन जैसी गंभीर स्थिति जन्म ले रही है।
फैलोपियन ट्यूब मुख्य रुप से प्रेगनेंसी को प्रभावित करता है और यदि समय रहते इसका उपचार न किया गया तो यह समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जाती है। बंद फैलोपियन ट्यूब का पता तभी चलता है जब दंपति इनफर्टिलिटी का इलाज करवा रहे होते है।
फैलोपियन ट्यूब बंद होने के मुख्य कारण –
आधुनिक खानपान एवं आहार-विहार ने महिलाओं के जीवन को बहुत ज्यादा प्रभावित कर दिया है। जिससे शारीरिक संतुलन एवं मोटापे जैसी कई समस्याओं के साथ प्रजनन संबंधी कई विकार पैदा होने लगे है।
पेट के निचले हिस्से में दर्द अक्सर दर्द बना रहना ।
योनि स्त्राव का होना।
अनियमित माहवारी
माहवारी के समय अधिक ब्लीडिंग
एमेनोरिया इत्यादि इसके कारण है।
फैलोपियन ट्यूब बंद होने के मुख्य लक्षण –
फैलोपियन ट्यूब बंद होने के लक्षण बाहरी तौर पर तो स्पष्ट नही है परंतु महिलाओं को होने वाले अहसास के आधार पर कहा जा सकता है कि फैलोपियन ट्यूब बंद हो सकती है।
संबंध बनाते समय अत्यधिक पीड़ा महसूस होना।
पेल्विक एरिया में अधिक सूजन और दर्द का अहसास होना।
संभोग में रुची न होना।
पीरियड में अधिक अंतराल होना ।
अक्सर पेट दर्द की समस्या बनी रहना।
कितने प्रकार से फैलोपियन ट्यूब बंद हो सकती है –
आयुर्वेद के अनुसार फैलोपियन ट्यूब मुख्य रुप से तीन प्रकार से ब्लॉक हो सकती है जोकि इस प्रकार है –
यदि फैलोपियन ट्यूब गर्भाशय के पास से ब्लॉक होती है तो इस प्रकार के ब्लॉक को प्रॉक्सिमल फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज के नाम से जानते है।
फैलोपियन ट्यूब यदि बीच बीच बंद हो जाती है तो इसको मिडिल फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज कहते है।
यदि फैलोपियन ट्यूब फिम्ब्रिया अर्थात जहां पर फैलोपियन ट्यूब समाप्त होती है वहां पर ब्लॉकेज होती है तो इस प्रकार के ब्लॉकेज को डिस्टल ब्लॉकेज का नाम दिया गया है।
बंद फैलोपियन ट्यूब का आयुर्वेदिक एवं पंचकर्म उपचार –
निःसंतानता से संबंधित उपचार में आयुर्वेद हमेशा से ही अग्रही रहा है। आयुर्वेद में प्राचीन काल से लेकर अब तक ऐसी कई जड़ी बूटियां, औषधियां एवं पंचकर्म चिकित्सा उपलब्ध है जिसके बल पर प्रजनन संबंधी विकार बंद फैलोपियन ट्यूब को बड़ी सफलता के साथ ठीक किया जाता है। आयुर्वेद की महिला रोग विशेषज्ञ डॉ चंचल शर्मा बीते 15 वर्षों से आशा आयुर्वेदा में फैलोपियन ट्यूब का सफलतापूर्वक आयुर्वेदिक इलाज कर रही है।
पंचकर्म चिकित्सा की उत्तर बस्ती ब्लॉक्ड फैलोपियन का सर्वोत्तम उपचार माना गया है क्योंकि यह उपचार बहुत ही प्रभावी एवं शीघ्र लाभ पहुंचाने वाला है ।
बंद फैलोपियन को ठीक करने और श्रेष्ठ संतान की प्राप्ति के लिए आयुर्वेद के महान चिकित्सक आचार्य चरक और सुश्रुत संहिता के अनुसार खानपान, जीवनशैली,आचार-विचार,दिनचर्या,रात्रिचर्या एवं ऋतु चर्या का पालन किया जाता है।
खानपान एवं जीवनशैली से कैसे खुलती है बंद फैलोपियन ट्यूब –
आयुर्वेद के अनुसार यदि महिला संतुलित आहार का सेवन करती है तो उसका स्वास्थ्य को अच्छा रहता ही है और साथ में प्रजनन क्षमता में बेहतर सुधार होता है। अच्छी जीवनशैली महिलाओं के शरीर में पाये जाने वाले दोषों को संतुलित कर बंद चैनलों को खोल देते है। यदि आप अपने खानपान को लेकर सतर्क रहते है तो आधी से अधिक समस्याएं तो ऐसे ही समाप्त हो जाती है। बाकी कुछ आयुर्वेदिक औषधिक के द्वारा ठीक हो जाती है।
यह सभी जानकारी आशा आयुर्वेदा की निःसंतानता विशेषज्ञ डॉ चंचल शर्मा से विशेष बातचीत के दौरान प्राप्त हुई है। यदि आप में से कोई भी महिला फैलोपियन ट्यूब की समस्या से परेशान है तो निःसंकोच आशा आयुर्वेदा राजौरी गार्डन न्यू दिल्ली में संपर्क करें।