अभियान की सफलता का श्रेय आमजन व नशा तस्करों की धरपकड़ में जुटी पुलिस टीमों को :- ममता सिंह एडीजीपी, रोहतक
रोहतक: रेंज की पुलिस ने नशा विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत बीते करीब 08 माह के दौरान नशा तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए करोड़ों रुपए के मादक एवं नशीले पदार्थ बरामद किए।
विभिन्न स्थानों से बरामद नशीले पदार्थों के संबंध में 462 अभियोग दर्ज करके 592 आरोपियों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा गया है। ममता सिंह आईपीएस, एडीजीपी रोहतक रेंज ने रोहतक रेंज पुलिस की इस उपलब्धि व इस अभियान की सफलता का श्रेय आमजन व उन पुलिस टीमों को दिया है जो लगातार नशा तस्करों की धर पकड़ करने में जुटी हैं। एडीजीपी ममता सिंह के मार्गदर्शन में रोहतक रेंज के पांचों जिलों रोहतक, सोनीपत, झज्जर, भिवानी व चरखी दादरी में नशे के खिलाफ जोरदार अभियान चलाया जा रहा हैं। जिसके काफी सार्थक परिणाम सामने आ रहे हैं। रेंज पुलिस जहां नशा तस्करों के खिलाफ शिकंजा कस रही है वहीं आमजन को नशे जैसी सामाजिक बुराई के खिलाफ जागरूक करने के लिए लगातार पुलिस के अधिकारी गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं। जिला स्तर पर स्वयं पुलिस अधीक्षक इस अभियान की कमान संभाले हुए हैं और वह जिला के युवाओं के बीच में जाकर उन्हें नशा छोड़ने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। जिला स्तर पर पुलिस द्वारा नशे से प्रभावित कई गांवों को चिन्हित कर लगातार जहां नशा बेचने वालों की धरपकड़ की जा रही है वहीं आमजन को नशे के खिलाफ जागरूक किया जा रहा है।
एडीजीपी ममता सिंह ने बताया कि पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ चलाई गई मुहिम के सार्थक परिणाम सामने आ रहे हैं। जिसकी काफी प्रशंसा हो रही है। इस मुहिम के माध्यम से नशे जैसी सामाजिक बुराई पर काबू पाने में काफी हद तक पुलिस कामयाब हो रही है। मुहिम के तहत गहनता से कार्रवाई करते हुए रेंज पुलिस ने ड्रग्स की तस्करी में संलिप्त नशे के सौदागरों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की है।
उन्होंने कहा कि देश व समाज की तरक्की के लिए नशा जैसी समाजिक बुराई के खिलाफ समाज के प्रत्येक व्यक्ति की भागीदारी अति आवश्यक है। नशा बेचने वालों तथा उन्हें संरक्षण देने वालों पर कार्यवाही होनी चाहिए और जो भी लोग नशा तस्करी में पकड़े जाते हैं उनका किसी भी सूरत में सहयोग ना किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति अपनी गली, मोहल्ले तथा गांव के पूरी तरह से जिम्मेवारी लें और अपने आसपास किसी भी सूरत में नशा न बिकने दे।
नशे के खिलाफ सामाजिक आंदोलन चलाने की आवश्यकता है। समाज का प्रत्येक व्यक्ति इस मुहिम में अपनी अग्रणी भूमिका निभाएं। इसलिए नशा व अपराध मुक्त समाज के लिए इस बुराई का पूरी तरह नष्ट होना जरुरी है। युवाओं पर नशे का बुरा प्रभाव हो रहा है, जिसके कारण कुछ युवा अपराध की ओर अग्रसर हो रहे हैं।
उन्होंने बताया कि रोहतक रेंज की पुलिस ने बीते करीब 08 माह की अवधि के दौरान मादक एवं नशीले पदार्थ अधिनियम के तहत 462 अभियोग दर्ज किए हैं और करोड़ों रुपए के मादक पदार्थ बरामद कर 592 आरोपियों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा है। उन्होने बताया कि इस अवधि के दौरान 27 किलो 504 ग्राम अफीम, 77 किलो 972 ग्राम चरस, 94 किलो 144 ग्राम चूरा पोस्त, 341 ग्राम स्मैक, 01 किलो 814 ग्राम हेरोइन, 2378 किलो 087 ग्राम गांजा तथा बड़ी संख्या में नशीली प्रतिबंधित गोलियां, कैप्सूल व सिरप बरामद किए गए।
नशे के अवैध धंधे में लिप्त दोषियों पर शिकंजा कसने के लिए जिला जिला स्तर पर पुलिस हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए है। जिस पर नशा बेचने वालों की सूचना दी जा सकती है। जो लोग किसी बुरी संगत का शिकार होकर नशे से ग्रस्त हो गए है उन्हें नशा छोड़ने के लिए भी प्रेरित करें, नशा मुक्त समाज के निर्माण में पुलिस का सहयोग करें।